कैंप पर हमले में 5 सैनिकों समेत छह की मौत
जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर शनिवार तड़के हुए चरमपंथी हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है.
कैंप में अब भी सुरक्षाबलों का सर्च अभियान जारी है. कैंप के फैमिली क्वॉर्टर में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है. इसमें एक गर्भवती महिला भी हैं.
सेना के प्रवक्ता लेफ़्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि गर्भवती महिला गंभीर रूप से घायल थी और सेना का डॉक्टर रात भर उसे बचाने में लगे रहे. इस महिला ने सिजेरियन ऑपरेशन के बाद एक लड़की को जन्म दिया है.
सेना के प्रवक्ता लेफ़्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, “जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर चरमपंथी हमले में अब तक तीन चरमपंथियों की मौत हो गई है. पिछले दो चरमपंथियों की तरह ही तीसरे चरमपंथी के पास भी बहुत से हथियार मौजूद थे और उसने सेना की वर्दी पहन रखी थी. चरमपंथियों के पास से एके 47, अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, गोला-बारूद और ग्रेनेड बरामद किए गए हैं.”
उन्होंने कहा, “आर्मी कैंप के फैमिली क्वॉर्टर से एक जेसीओ, दो जवान और एक बुजुर्ग (एक जवान के पिता) के शव अब तक निकाले गए हैं. इन्हें शनिवार को हमले के शुरुआती दौर के दौरान चरमपंथियों ने मार दिया था. अब तक दो जेसीओ, तीन जवानों एक एक बुजुर्ग समेत छह लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा छह महिलाओं और बच्चे समेत 10 लोग घायल हैं.”
उन्होंने कहा, “घायलों में एक गर्भवती महिला भी है. सेना के डॉक्टर रात भर उस बुरी तरह घायल गर्भवती महिला की जान बचाने में लगे रहे. जिसने सिजेरियन ऑपरेशन से एक लड़की को जन्म दिया है. मां-बेटी दोनों सुरक्षित हैं.”
लेफ़्टिनेंट कर्नल देवेंद आनंद ने बताया कि एक 14 साल के लड़के को सिर में गोली लगी है, जिसकी हालत नाजुक बनी हुई है. राहत और बचाव अभियान जारी है.
मृतक सैनिकों की पहचान हवलदार हबीब-उल्लाह क़ुरैशी, नायक मंज़ूर अहमद, लांस नायक मोहम्मद इक़बाल और उनके पिता के रूप में हुई है. इससे पहले दो जूनियर कमिशनर ऑफिसर शनिवार को मारे गए थे.
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस डॉ एसडी सिंह जमवाल ने रविवार को कहा कि तीन चरमपंथी भी मारे गए हैं और कैंप में अब भी सुरक्षा बलों का अभियान ख़त्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों से संघर्ष जारी है.
इन चरमपंथियों को जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बताया जा रहा है. सेना के पीआरओ लेफ़्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हथियारबंद चरमपंथी जैश-ए-मोहम्मद के हैं. इससे पहले सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के झंडे के साथ हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था.
भारतीय सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी इस हमले के ख़िलाफ़ जारी सुरक्षा बलों के अभियान पर नज़र रखे हुए हैं.
बिपिन रावत शनिवार देर शाम जम्मू पहुंचे थे. उन्हें स्थानीय कमांडरों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी.