गैरसैंण सत्र को लेकर बैकफुट पर सरकार
देहरादून। गैरसैंण विधानसभा सत्र को लेकर अब सरकार विपक्ष को मनाने के काम में जुट गई है। सरकार कुछ मुद्दों पर विपक्ष के सामने बैकफुट पर आ रही है। जिसके चलते अब संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत खुद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को मनाने जाएंगे।
दरअसल, विपक्ष ने सत्र से पहले होने वाली कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में जाने से मना कर दिया है। जिसके बाद संसदीय मंत्री प्रकाश पंत उन्हें बैठक में लाने की कोशिश करेंगे। इस कवायत में प्रकाश पंत ने कहा कि ये संवादहीनता की वजह से हो रहा है। विपक्ष के जो भी आरोप हैं, वे सही नहीं हैं। पिछले 17 जून को विधानसभा सत्र के दौरान कार्यमंत्रणा समिति में न लाए जाने के बावजूद सरकार ने सदन में प्रवर समिति की रिपोर्ट को रखा था। जिसका विपक्ष ने जमकर विरोध किया था। इसी विरोध के चलते भविष्य में कार्यमंत्रणा समिति की बैठकों में शामिल न होने का भी ऐलान कर दिया था। बता दें कि 7 दिसम्बर से लेकर 13 दिसंबर तक गैरसैंण में विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आयोजन किया जा रहा है।
संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि गैरसैंण में होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्य एजेंडा सप्लीमेंटरी बजट है। इसके अलावा पेंडिंग बिलों को भी रखा जाएगा। कुछ नए बिल और नए विधेयक भी रखे जाएंगे। प्रकाश पंत ने कहा कि प्रश्नकाल भी काफी महत्वपूर्ण होता है, इसलिए प्रश्नकाल पर भी फोकस रहेगा।
हालांकि इस बार 900 से अधिक प्रश्न आ चुके हैं और अभी और प्रश्नों की संख्या बढऩे की उम्मीद है। ऐसे में विपक्ष के अलावा अपनों के भी सरकार पर हमलावर होने की पूरी सम्भावनाएं नजर आ रही है। वहीं विपक्ष यानी की कांग्रेस ने कहा कि विपक्ष उन्हीं मुद्दों को उठाता है, जिसके विरोध की जरूरत होती है। सरकार के अव्यवहारिक निर्णयों का विपक्ष विरोध करता है।