April 20, 2024

यूपी में अब सरकारी स्कूल के बच्चे सीखेंगे 22 भाषाएं, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत हुई शुरुआत

किताबी ज्ञान के साथ-साथ बच्चों को बहुभाषी बनाने के लिए सरकार ने एक अभिनव प्रयोग शुरू किया है। इसमें कक्षा एक से 12 तक के बच्चों को देश की 22 भाषाएं लिखने, पढ़ने और बोलने में समृद्ध करने की शुरूआत की गई है। बच्चे इन्हें सीखकर अपने परिवार से भी साझा करेंगे। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के तहत इसकी शुरूआत कर दी गई है। 

अभी तक स्कूलों में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत व उर्दू का ज्ञान ही बच्चों को दिया जाता था। अब सरकार ने मंगलवार से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत भाषा संगम की शुरूआत की है। इसमें बच्चों को अलग-अलग तिथि में अलग-अलग भाषाओं का ज्ञान दिया जाएगा। कक्षा 1 से 12 तक के विद्यालयों तथा शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रार्थना सभा के समय पांच वाक्य पढ़े जाएंगे।

कक्षा 8 से 12 तक के विद्यार्थियों को इन वाक्यों पर पोस्टर विकसित करने होंगे, जिन्हें विद्यालय में लगाया जाएगा। शिक्षक-शिक्षिकाओं को विद्यार्थियों को तय तिथि के अनुसार उसी भाषा में संबोधित करना होगा। इसके लिए सरकार ने ई-पाठशाला, वेबसाइट पर मुद्रित एवं डिजिटल बुक, रिकार्डिंग के डायलॉग अपलोड कर दिए हैं। 

‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत कक्षा 1 से 12 तक हुई शुरूआत

मवाना ब्लॉक के स्कूलों में शुरूआत 
शासनादेश के बाद मवाना ब्लाक के सभी स्कूलों में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान देने के लिए मंगलवार को असमी भाषा के बारे में बच्चों को बताया गया। बच्चों ने इस कार्यक्रम के तहत अपना नाम बोलना, नमस्कार आदि दिनचर्या में बोले जाने वाले शब्दों को असमी भाषा में बोलना व पढ़ना सीखा।

शासन के इस आदेश के बाद स्कूलों में विभिन्न भाषाओं का बच्चों को ज्ञान देने के लिए कार्यक्रम आयोजित करा दिया गया है, जो अच्छी पहल है। इससे बच्चों को देश की सभी 22 भाषाओं का ज्ञान होगा और बच्चा देश के किसी भी कोने में जाकर आसानी से वहां के लोगों से बातचीत कर सकता है। -ध्यानचंद, एबीएसए मवाना   


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