लोकसभा 2019: पंजाब में गुरदासपुर से आज चुनावी बिगुल फूंकेंगे पीएम मोदी, खेलेंगे एक बड़ा दांव
पंजाब में गुरदासपुर की धरती से आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल फूंकने जा रहे हैं, वो भी एक बड़ा दांव खेलते हुए। साल 2019 की इस पहली जनसभा में पीएम मोदी शिअद-भाजपा गठबंधन पंथक कार्ड खेलेंगे।
गुरदासपुर लोकसभा हलका हालांकि भाजपा के खाते में है। लेकिन पाकिस्तान के प्रसिद्ध गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए खोला जाने वाला कॉरिडोर इसी जिले के डेरा बाबा नानक में स्थित है। कुछ समय पहले ही भारत और पाक सरकारों के बीच करतारपुर कॉरिडोर खोलने को लेकर समझौता हुआ है।
पाकिस्तान ने श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित इस पवित्र स्थान पर रोजाना 500 सिख संगतों को बिना वीजा दर्शन कराने का एलान किया है। इस साल श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व है, इसलिए यह कदम सिख संगतों के लिए और भी महत्वपूर्ण है।
आजादी के बाद से ही यह दुनिया भर में बसे सिखों की सबसे बड़ी मांग थी। सियासी माहिरों का मानना है कि पीएम मोदी का भाषण इस अहम मुद्दे पर केंद्रित रहेगा। वह इसे गठबंधन सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर गिनाएंगे।
यह संदेश देने की पूरी कोशिश करेंगे कि केंद्र सरकार की कोशिशों से ही सिखों की यह सबसे बड़ी मांग पूरी हो सकी है। मोदी इसके जरिए कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना भी साधेंगे कि उन्होंने कभी इसके लिए गंभीरता से प्रयास नहीं किया।
दूसरा अहम मुद्दा 1984 के सिख कत्लेआम के पीड़ितों पर मरहम लगाना हो सकता है। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को इस मामले में उम्र कैद की सजा दी है। जिसकी शिअद-भाजपा ने ही नहीं, पंजाब की कांग्रेस इकाई ने भी सराहना की थी। इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा इस मामले में गठित एसआईटी ने बंद केसों को दोबारा खोला। जिसके बाद पिछले दिनों ही दो आरोपियों को अदालत ने सजा सुनाई थी।
यह मुद्दा भी मोदी के भाषणों में प्रमुख तौर पर होगा। क्योंकि बुधवार को ही कत्लेआम पीड़ितों और गवाहों ने दिल्ली में मोदी के साथ मुलाकात की थी। जोकि शिअद प्रधान सुखबीर बादल की अगुवाई में गए थे। पीड़ितों में बहुत ज्यादा परिवार गुरदासपुर जिले से संबंधित हैं। इसलिए मोदी का इस मुद्दे पर मुखर होकर कांग्रेस पर हमला करना भी तय माना जा रहा है।