स्वरोजगार में सहायक होंगे कुटिर उद्योग- डा. रावत
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति ने बताया कुटिर उद्योगों से सृजित होंगे रोजगार
देहरादून। राज्यपाल द्वारा आयोजित वार्षिक कानक्लेव के दूसरे संस्करण के दौरान स्वरोजगार पर खासी चर्चा हुई। मुख्य वक्ता के तौर पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डा. उदय सिंह रावत ने प्रदेश के नौजवानों को स्वरोजगार को अपनाने पर बल दिया। उन्होनें अपने संबोधन में कहा कि सरकार प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार मुहैया नहीं करा सकती। लेकिन रोजगार का सृजन किया जा सकता है, जिसके लिए सबसे पहले रोजगार को लेकर सराकर पर निर्भर होने की मानसिकता को खत्म करना होगा।
बृहस्पतिवार हो काॅन्क्लेव के चैथे दिन कुलपति डा. यू.एस. रावत ने कुटिर उद्योगों पर फोकस करते हुए इन्हें स्वरोजगार का बेहतर विकल्प बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुटिर उद्योगों के जरिये रोजगार पैदा किये जाने की अपार संभावनाएं हैं। जिसके तहत कई लोगों को रोजगार दिया जा सकता है। डा. रावत ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन, मछली पालन, मौन पालन, गोट फार्मिंग, मुर्गी पालन, औषधीय कृषि, कृषि, हाॅस्पिटालिटी, होटल मैंनेजमेंट से लेकर अनेक क्षेत्रों में युवाओं को कोर्स करा कर उन्हें आत्म निर्भर बनाया जा सकता है। सरकार की मदद से यह लोग छोटे-छोटे उद्योग स्थापित कर सकते हैं जिनसे कई लोगों को रोजगार मिलेगा। डा. रावत ने कहा कि विश्वविद्यालयों और काॅलेजों के माध्यम से ऐसे कोर्सो का संचालन किया जाना चाहिए।