राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26/11 मुंबई हमलों की नौंवी बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित की
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों की नौंवी बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित की। कोविंद ने कहा कि लोगों को आतंकवाद को हर रूप में खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए। कोविंद ने कहा, ‘मुंबई के आतंकवादी हमलों की नौवीं बरसी पर हम उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया था और हम उन सैनिकों को भी श्रद्धापूर्वक याद करते हैं जिन्होंने बुराई के खिलाफ लड़ाई में अपने जीवन का बलिदान कर दिया था।’ कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘इस दिन हम आतंकवाद को उसके हर रूप में खत्म करने और अपने लोगों, देश और विश्व को सुरक्षित बनाने के अपने संकल्प को फिर दोहराते हैं।’
पीएम मोदी ने पीड़ितों को याद करते हुए कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए खतरा और वैश्विक बोझ बन गया है। मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में कहा, ‘हम उन सभी बहादुर महिलाओं और पुरूषों को सलाम करते हैं, जिन्होंने मुंबई के 26/11 हमलों में जान गंवा दी। आतंकवाद एक वैश्विक बोझ बन चुका है।’ उन्होंने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के मुद्दे को उठाता रहा है। उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में विश्व ने हमें गंभीरता से नहीं लिया लेकिन अब विश्व आतंकवाद के विध्वंसक पहलुओं को समझ रहा है।’ मोदी ने कहा, ‘पूरी दुनिया को एकजुट होकर मानवता के लिए घातक इस चुनौती से निपटने की जरूरत है।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और गवर्नर सी विद्यासागर राव ने मुंबई में 26/11 में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
पाकिस्तान आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में सिलसिलेवार हमले किए थे। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने इस खौफनाक हमले में 160 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। 10 आतंकवादियों में से सिर्फ अजमल कसाब नाम का एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था। आतंकियों ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन ताज होटल, होटल ओबेरॉय, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल जैसे प्रमुख जगहों को निशाना बनाया था।