7 दिसंबर से स्थाई राजधानी के लिए गैरसैंण में अनशन
श्रीनगर। गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए सात दिसंबर से गैरसैंण विधान सभा के सम्मुख आमरण अनशन शुरू होगा। राइट टू इंप्लाइमेंट एंड हेल्थ आंदोलन के तहत आमरण अनशन किया जाएगा। आंदोलनकारी प्रवीण सिंह ने बताया लोगों को जागरूक करने के लिए गढ़वाल व कुमाऊं का दौरा किया जा रहा है।
राइट टू इंप्लाइमेंट एंड हेल्थ आंदोलनकारी आदेश चौधरी, प्रवीण सिंह, अरविंद हटावाल व रामकृष्ण तिवारी ने विवि गेट के समीप छात्रों से संवाद किया। प्रवीण सिंह ने बताया कि उनकी चलो गैरसैण यात्रा 21 नवंबर से शुरू हुई थी, जो 30 नवंबर को गैरसैंण पहुंची। उसके बाद अब वह गढ़वाल भ्रमण पर हैं। आदेश चौधरी ने बताया कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के साथ ही रोजगार के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाने के लिए संघर्षरत हैं। राज्य की नौजवान पीढ़ी बेरोजगारी के दबाव में नशे की ओर जा रही है। युवाओं का भविष्य नशे के अंधकार में जाने से रोकने के लिए उत्तराखंड में मद्य निषेध विभाग की पुनर्स्थापना की जानी चाहिए। राज्य को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने एवं पलायन रोकने के लिए गैरसैंण को स्थायी बनाया जाना चाहिए। प्रवीण ने बताया कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए 7 दिसंबर से गैरसैंण विधान सभा के सम्मुख आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। आमरण अनशन पर आदेश चौधरी, प्रवीण सिंह, अरविंद हटावाल व रामकृष्ण तिवारी बैठेंगे।