बड़ी ख़बर: इंदिरा के शिगूफे से संशय में महाराज, देनी पड़ी सफाई
देहरादूनः हाल के दिनों में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने एक शिगूफा फूंका था कि जल्द भाजपा का एक बड़ा नेता कांग्रेस में शामिल होगा। इंदिरा ने बात जानबूझ कर बयां की। उनका फोकस 16 मार्च को होने वाली राहुल गांधी की रैली को लेकर भी था। इंदिरा के इस बयान से भाजपा में खलबली मची।
भाजपा की शक की सुई सीधे उन लोगों पर अटकी जो कांग्रेस से आकर भाजपा में शामिल हुए थे। इन लोगों में सबसे पहले नंबर पर सतपाल महाराज थे जो शक की निगाहें से देखे जाने लगे। दूसरे नंबर पर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुण और तीसरे नंबर पर हरक सिंह रावत थे।
सतपाल महाराज के कांग्रेस में जाने की अफवाह जब सोशल मीडिया में तैरनी शुरू हुई तो महाराज भी इस बात सकपका गये। आनन फानन में महाराज ने भाजपा के शीर्ष नेताओं से संपर्क पर अपनी सफाई दी। इतना ही नहीं महाराज ने दिल्ली में बकायदा प्रेस वार्ता कर साफ किया कि भाजपा के हैं और भाजपा में ही रहेंगे। एक सवाल के जवाब में महाराज ने कहा कि वह कांग्रेस से न तो अपने लिये और न ही अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। वहीं महाराज ने कांग्रेस से भाजपा में आने वाले अन्य नेताओं की भी जिम्मेदारी ली और कहा कि कोई भी नेता कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहा है।
महाराज की सफाई के बाद नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की मुश्किलें बढ़ने वाली है। इंदिरा को अब बताना होगा कि वह आखिर किस भाजपा नेता को कांग्रेस में शामिल करने की बात कर रही थी।