भाजपा ने माना सपा-बसपा गठबंधन बड़ी चुनौती
भाजपा ने मिशन 2019 फतह के लिए जमीनी फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। राजधानी में गुरुवार को अवध क्षेत्र के नवनियुक्त पदाधिकारियों को बुलाकर पार्टी नेतृत्व ने इस क्षेत्र की 16 लोकसभा सीटों के समीकरण और राजनीतिक स्थिति समझी। सांसदों के कामकाज और जनता के बीच उनकी छवि की जानकारी हासिल की।
जिलों से आए लोगों के साथ विचार-विमर्श कर सपा-बसपा गठबंधन से बन रहे राजनीतिक समीकरणों की चुनौती भी समझी। नेतृत्व ने माना कि चुनौती बड़ी है, पर कार्यकर्ता हताश न हों। पीएम मोदी की लोगों में विश्वसनीयता और हर वर्ग के लिए किए गए काम के सामने अंतत: विपक्षी गठबंधन अपने मकसद में कामयाब नहीं होगा।
लोकसभा चुनाव का खाका खींचने और हकीकत जानने निकले नेताओं ने काशी और गोरखपुर के बाद अवध क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल ने कहा कि मोदी सरकार की पहचान दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ाने, सीमाओं को सुरक्षित रखने और गरीबों के कल्याण के लिए काम करने वाली सरकार की है।
प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने-अपने बूथों पर फोकस करना चाहिए। बूथ जीत गए तो चुनाव भी जीत जाएगा। इसलिए अगर गांवों के कार्यकर्ता को उसके बूथ की जिम्मेदारी सही ढंग से सौंप दी जाए तो चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कहा कि बूथ इकाई के गठन में समाज के सभी जाति और वर्गों को शामिल करें।