बसपा और मायावती के नाम से सोशल मीडिया पर बने सभी अकाउंट फर्जी
बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी की छवि को लेकर विगत कुछ दिनों से काफी सक्रिय नजर आ रही हैं। गलत बयानबाजी पर पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं वीर सिंह और जय प्रकाश सिंह को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद मायावती ने सोशल मीडिया पर बने कई अकाउंट और फर्जी लोगों द्वारा बसपा का पक्ष रखने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला है।
सोमवार को जारी एक बयान में बसपा सुप्रीमों ने स्पष्ट किया कि बहुजन समाजवादी पार्टी की पूरे देश में न तो कोई अधिकृत वेबसाइट है, और न ही किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट। बहुजन समाजवादी पार्टी और मायावती के नाम से चल रहे सभी फेसबुक पेज और ट्वीटर अकाउंट को उन्होंने फर्जी बताया।
उन्होंने कहा कि बसपा ने मीडिया में अपना पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ नेता सुधीन्द्र भदौरिया को अधिकृत किया है। उनके अलावा किसी अन्य नेता को बसपा की ओर से कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है।
बीएसपी यूथ के नाम से चलायी जा रही एक वेबसाइट और उससे जुड़े एक व्यक्ति देवाशीष जरारिया का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि बसपा अपनी हर कमेटी में लगभग 50 प्रतिशत यूथ को रखती है। इसलिए बसपा को किसी अन्य यूथ फ्रंट बनाने की जरूरत नहीं है। देवाशीष का बसपा से कोई संबंध नहीं है। उनके द्वारा मीडिया में रखे जा रहे विचारों का भी बसपा से कोई संबंध नहीं है।
पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बयानबाजी से अक्सर घिरी रहने वाली राजनैतिक पार्टियों से सबक लेते हुए मायावती ने यह सख्त कदम उठाया है। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन की संभावनाओं को देखते हुए मायावती किसी प्रकार का जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। इसे देखते हुए अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को वह पहले भी सख्त चेतावनी जारी कर चुकी हैं।