माखनलाल चतुर्वेदी के काव्य में राष्ट्रीय चेतना
“जाओ, जाओ, जाओ प्रभु को पहुँचाओ स्वदेश संदेश। गोली से मारे जाते हैं भारतवासी हे सर्वेश ॥“ ये पंक्तियाँ सन १९२० में जालियांवाला हत्याकाण्ड के संदर्भ में शहीदों को याद करते हुए माखनलाल चतुर्वेदी जी लिखते हैं। मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, बालकृष्ण शर्मा नवीन और रामधारी सिंह दिनकर आदि हिन्दी राष्ट्रीय काव्यधारा
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