PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का जायजा लेने केदारनाथ पहुंचे मुख्य सचिव और गढ़वाल कमिश्नर
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जाजया लेने के लिए बुधवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार और गढ़वाल कमिश्नर दिलीप जावलकर पहुंचे। इस दौरान यहां अब तक हुए कार्य और होने वाले कार्यों को लेकर चार घंटे तक चर्चा की गई। अफसरों को समय पर काम पूरा कराना चिंता का विषय बना है।
सुबह 9 बजे हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे मुख्य सचिव उत्पल कुमार, गढ़वाल आयुक्त दिलीप जावलकार, डीएम मंगेश घिल्डियाल ने पुनर्निर्माण एवं प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने धाम में निरीक्षण के दौरान सरस्वती पुल तक निर्माण किए जा रहे रास्ते को 10 अप्रैल से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए। कहा कि समय पर काम पूरा न हुआ तो संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। मुख्य सचिव ने शंकराचार्य समाधि स्थल का निरीक्षण किया साथ ही इसके निर्माण के लिए भी जल्द कार्यवाही के निर्देश दिए।
कहा कि केदारनाथ मंदिर का दृश्य किसी तरह प्रभावित न हो इसके लिए रास्ते के दोनों ओर लाइटनिंग, सुरक्षा दीवार निर्मित करने के निर्देश दिए। केदारनाथ में 50 फीट रास्ते के पीछे अव्यवस्थित मकानों को ध्वस्त कराने व उनकी पैमाइश करने के साथ ही क्षतिग्रस्त होने वाले मकान निवासियों को अन्यत्र ठहराने की व्यवस्था के लिए एसडीएम ऊखीमठ गोपाल सिंह चौहान को जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए। धाम में एमआई-17 हेलीपैड के पीछे लगाई गई पत्थर काटने की मशीन को संचालित करने व निर्बाध गति से विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश लोनिवि और बिजली निगम को दिए एग।
सोनप्रयाग में प्रतिदिन कारीगरों द्वारा तराश कर तैयार किए जा रहे पत्थरों को धाम में समय से पहुंचाने के लिए लोनिवि को निर्देशित किया गया। कहा कि निम द्वारा 10 हजार व अवशेष पत्थरों के लिए लोनिवि द्वारा उपलब्ध कराने को कहा गया है। सीएस ने कहा कि केदारनाथ मंदिर के आसपास बिजली के कम से कम पोल लगाए जाएं जिससे सुंदरता प्रभावित न हो इसकी जगह कनंस्टीड लाइट लगाई जाए। इस मौके पर एसडीएम जीएस चौहान, एसआई बिपिन पाठक, निम के मनोज सेमवाल, कैप्टन सोबन सिंह बिष्ट सहित कई अधिकारी मौजूद थे।