कश्मीरी छात्रों से मारपीट ने तूल पकड़ा, महबूबा और उमर ने की कार्रवाई की मांग
चंडीगढ़। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद से लौट रहे दो कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ गया है। शिकायत पर हरियाणा पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज कश्मीरी छात्रों ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तक अपनी आवाज पहुंचाई। महबूबा ने हइस घटना पर नाराजगी जताते हुए हरियाणा सरकार से हस्तक्षेप करने तथा पीड़ित छात्रों को न्याय दिलाने की मांग की है।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में दो कश्मीरी छात्रों से मारपीट, नमाज पढ़कर लौट रहे थे
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना पर नाराजगी जताते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को टैग करते हुए ट्वीट किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस ट्वीट को गंभीरता से लिया और हरियाणा के गृह सचिव तथा पुलिस महानिदेशक से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। मुख्यमंत्री ने गृह सचिव व डीजीपी को पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। मामला सुर्खियों में आने के बाद पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज कर ली है।
कश्मीरी छात्रों से मारपीट का यह मामला महेंद्रगढ़ के जांट पाली केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले दो कश्मीरी छात्रों से जुड़ा है। शुक्रवार दोपहर को दोनों छात्र नमाज के बाद लौट रहे थे और इसी दौरान कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की। छात्र आफताब और अमजद का कहना है कि उनके साथ मारपीट इसलिए की गई, क्योंकि वे कश्मीरी हैं। दोनों छात्रों के हाथ और मुंह पर हलकी चोटें आई हैं। उन्हें महेंद्रगढ़ के उप नागरिक अस्पताल में ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का ट्वीट।
दोनों कश्मीरी छात्रों ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री को मैसेज भेजकर घटना के बारे में बताया। उन्होंने अपने फोटो भी टैग किए हैं। महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को देर रात हरियाणा के मुख्यमंत्री को ट्वीट कर कहा कि इस तरह के व्यवहार से वह आहत हैं। महबूबा मुफ्ती की इस कार्रवाई के बाद उनके ट्वीटर हैंडल पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर तक चलता रहा।
मामले ने तूल पकड़ा तो महेंद्रगढ़ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
शुक्रवार को कश्मीरी छात्रों से मारपीट की घटना के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय जांट पाली के अन्य छात्र भी कश्मीरी छात्रों के समर्थन में आ गए और मामला थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने इस घटनाक्रम को हलके में लिया तथा केस दर्ज करने से इंकार कर दिया।
इसके बाद मामला विश्वविद्यालय प्रॉक्टर सतीश कुमार के संज्ञान में आने में आया। उन्होंने उच्च पुलिस अधिकारियों से मोबाइल पर संपर्क किया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और विश्वविद्यालय परिसर में जाकर पीड़ित छात्रों से जानकारी ली। दोनों कश्मीरी युवाओं ने मामले की जानकारी अपने राज्य में परिजनों व कुछ राजनेताओं तक भी पहुंचाई।
थाना प्रभारी महेंद्रगढ़ रमेश कुमार का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। लेकिन इसके पीछे कश्मीरी एंगल नजर नहीं आता। आफताब और अमजद के साथ कश्मीरी होने की वजह से मारपीट नहीं की गई।