जाति की जंग में कांग्रेस उतरी चैंपियन के संग
देहरादूनः लोकसभा चुनाव में भाजपा जहां बड़ी जीत को लेकर संघर्षरत है तो वहीं प्रदेश में उसके दो विधायकों के मध्य जंग छिड़ी हुई है। दोनों विधायकों की जुबानी जंग ने पार्टी के अनुशासन को चैराहे पर ला दिया। गजब देखिए कि पार्टी के किसी भी पदाधिकारी ने इस जंग को थामने की जरा भी पहल नहीं की। लिहाजा भाजपा की अंदरूनी कलह प्रदेश के सियासी गलियारों में खूब सुनाई दी। चुनाव का हैंगओवर उतरने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने दोनों विधायकों को फटकार जरूर लगाई लेकिन पार्टी अपने इन दो नालायकों पर कार्रवाही भी करेगी यह भविष्य तय करेगा। लेकिन इस बीच हताश और उदास कांग्रेस अपने निठल्लेपन से बाहर जरूरी निकली और राज्यपाल से भाजपा विधायक के जाति प्रमाण के जांच की मांग राज्यपाल से की।
बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाण पत्र को लेकर जो सवाल उनके पार्टी के विधायक ने उठाये हैं। अगर वह सच है तो इसकी जांच होनी जरूरी है। चैकीदार ही अगर चोर है तो कांग्रेस के लिए यह मुद्दा महत्वपूर्ण हो जाता है। लिहाजा कांग्रेस ने अनमने मन से ही सही, राजभवन की दौड़ तो लगा दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाण पत्र की जांच की मांग की।
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जिस तरह से हरिद्वार में दो विधायकों के बीच जुबानी जंग चल रही है। ये पार्टी का अपना विषय हो सकता है लेकिन एक विधायक ने दूसरे विधायक पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाने का आरोप लगाया है। ये गंभीर विषय है, इस पर सरकार को जांच करानी चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और आग्रह किया कि अगर विधायक कर्णवाल का जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाता है, तो तत्काल बीजेपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि बीजेपी विधायक चैम्पियन ने कर्णवाल के जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने का आरोप लगाया था। जिसको लेकर चैम्पियन ने सीएम से शिकायत भी की थी।