सड़क दुर्घटनाओं पर सीएम त्रिवेंद्र ने जताई चिंता
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में हाल ही में हुई सड़क दुर्घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए इस सम्बंध में पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों से प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही चंपावत में एक गाड़ी के खाई में गिर जाने से 10 लोगों की मौत हो गई थी और डीएम के आदेशों का पालन किया जाता तो संभवतः इस हादसे को टाला जा सकता था।
गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास कार्यालय में परिवहन एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए संबंधित विभाग आपसी समन्वय से काम करें और बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कारगर प्रयास सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जो भी कार्य योजना बनाई जाती हो, उस पर अविलम्ब कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो रोड़ सेफ्टी फंड से परिवहन विभाग को और अधिक धनराशि उपलब्ध करायी जाएगी, ताकि वाहनों की चेकिंग आदि के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी न रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी बैरियरों पर वाहनों की प्रॉपर चेकिंग की जाए। ओवर लोडिंग को सख्ती से रोका जाए. ड्राइवर शराब पीकर वाहन न चलाएं. ड्राइवर की बगल वाली सीट पर एक से अधिक व्यक्तियों को बैठने से रोका जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पुलिस व परिवहन विभाग आपसी तालमेल से इस दिशा में प्रभावी पहल करेंगे, तो निश्चित रूप से दुर्घटनाओं में कमी आएगी। उन्होंने कहा कहा वह जल्द ही सभी ज़िलों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ रोड सेफ्टी के सम्बंध में की जा रही कार्रवाई के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनता एवं अधिकारियों से इस संबंध में अपने-अपने सुझावों से अवगत कराने की भी बात कही है। यातायात नियमों के अनुपालन के अलावा ओवरलोडिंग को रोकने में भी पुलिस को जिम्मेदारी दी जाए। शहरों में ट्रेफिक सुधारों के प्रति भी विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए है।
इसके साथ ही सैटेलाइट बेस चालान क्रासिंगों पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने आदि की दिशा में भी अन्य राज्यों की भांति यहां भी सम्भावनाएं तलाशी जाए। राज्य में सड़क दुर्घटनाएं कम से कम हों और शहरों को ट्रेफिक जाम से निजात मिल सकें, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने की भी बात कही।
बैठक में सचिव परिवहन डी सेंथिल पाण्डियन, अपर सचिव चन्द्रेश कुमार, निदेशक ट्रैफिक केवल खुराना, निदेशक आईटीडीए अमित सिन्हा उपस्थित थे।