ईको टूरिज्म को बढ़ावा देगी उत्तराखंड सरकार
उत्तराखंड का वन विभाग प्रदेश में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ऋषिकेश, रामनगर, चम्पावत और टौंस में चार ईको टूरिज्म सर्किट विकसित करने की योजना बना रहा है। इसके प्रथम चरण में कोटद्वार ईको टूरिज्म सर्किट को लेकर बकायदा ईको टूरिज्म कॉरपोरेशन और वन विभाग के बीच सैद्धांतिक सहमति भी बन चुकी है। प्रदेश में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन मंत्री हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को विधानसभा सभागार में ईको टूरिज्म कॉरपोरेशन और वन विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई।
वन विभाग और ईको टूरिज्म के अधिकारियों की इस बैठक के बारे में बताते हुए ईको टूरिज्म कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक अनूप मलिक ने बताया कि कोटद्वार ईको टूरिज्म सर्किट के अन्तर्गत आने वाले सात वन विश्राम गृहों सनेह, लालढांग, गूलरझाला, चिडियापुर, रसियागढ़, कोल्हूचैड़, सेंधीखाल का पुनर्निमाण कार्य ईको टूरिज्म कॉरर्पोरेशन करेगा और भविष्य में इनके संचालन का कार्य भी कॉरपोरेशन ही करेगा।
वन मंत्री ने हरक सिंह रावत ने ईको टूरिज्म कॉरपोरेशन के प्रयास को सराहनीय बताते हुए कहा कि कॉरपोरेशन के प्रयास से प्रदेश के टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो आगे प्रदेश के तीन ईको टूरिज्म सर्किट को भी इसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा।