हनीट्रैप जाल में फंसा एयरफोर्स का ग्रुप कैप्टन, ISI को लीक किए कई सीक्रेट
सेना की खुफिया जानकारी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को लीक करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया है। उन्हें वायुसेना के गुप्त दस्तावेजों की तस्वीर अपने फोन से क्लिक करके वाट्सऐप के जरिए भेजने का आरोप है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कैप्टन अरुण की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। ग्रुप कैप्टन को 31 जनवरी को भारतीय वायुसेना ने संदिग्ध गतिविधियों की वजह से जांच के लिए हिरासत में लिया था।
सूत्रों का कहना है कि मारवाह को आईएसआई ने फेसबुक के जरिए हनीट्रैप के जाल में दिसंबर के मध्य में फंसाया था। मॉडल के तौर पर खुद को दिखाकर आईएसआई उनसे बात करता था। एक हफ्ते तक उत्तेजनात्मक बातचीत के बाद उन्हें वायुसेना से संबंधित दस्तावेजों को साझा करने के लिए कहा गया। अभी तक पुलिस को पैसों के बदले सूचना देने का कोई सबूत नहीं मिला है और उनका कहना है कि मारवाह अंतरंग बातों के बदले जानकारियां साझा किया करता था। मारवाह द्वारा पाक खुफिया एजेंसियों को जो दस्तावेज मुहैया करवाए गए थे उनमें ट्रेनिंग और युद्ध से संबंधित अभ्यास शामिल हैं।
गगन शक्ति ऐसा ही अभ्यास है जिसकी जानकारी कैप्टन ने आईएसआई को दे दी है। इस मामले पर जहां पुलिस मुंह बंद किए हुए है वहीं सूत्रों का कहना है कि मारवाह को पटियाला हाउस कोर्ट में जस्टिस दीपक सेहरावत के सामने पेश किया गया था। जहां से उन्हें पांच दिनों की स्पेशल सेल पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। लोधी कालोनी स्थित मुख्यालय में उनसे पूछताछ की जा रही है। यह जांच भी की जा रही है कि इस मामले में उनका कोई साथी तो नहीं है। पुलिस पाकिस्तान के फेसबुक हैंडल और उसे दी गई सूचनाओं के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।