April 16, 2024

सावधान! नए रूप में आ रहा है डेंगू का वायरस, हो सकता है कई गुना खतरनाक

2015 में कहर बरपा कर डेंगू के वायरस ने दिल्ली सहित पूरे देश को झकझोर दिया था। अब इस वायरस की साइकिल खत्म हो चुकी है। वैज्ञानिकों को आशंका है कि साइकिल पूरी होने के बाद डेंगू इस बार खतरनाक रूप ले सकता है। स्वास्थ्य विभाग की एक एजेंसी एनवीबीडीसीपी  के इस अनुमान से स्वास्थ्य सेवाओं के हाथपांव फूल गए हैं।

यही कारण है कि दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य से जुड़ी सभी एजेंसियों ने इस पर एक व्यापक कार्य योजना बनाकर डेंगू के सम्भावित प्रभाव को सीमित करने का प्रयास शुरू कर दिया है। हाल के वर्षों में साल 2015 में डेंगू ने अपना सबसे खतरनाक रूप अख्तियार किया था।  2015 में केवल दिल्ली में ही 15,867 लोग इसकी चपेट में आये थे। जबकि उसके बाद वर्ष 2016 में 4,431 और साल 2017 में 4,726 लोगों को डेंगू हुआ था।

क्या है खतरा

नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (NVBDCP) ने दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम को इसके बारे में चेतावनी जारी कर दी है। एमसीडी(नार्थ) की कीट विज्ञानी बबिता बिष्ट ने अमर उजाला को  बताया कि इस वर्ष डेंगू साल 2015 से भी अधिक मारक रूप में सामने आ सकता है।

इसका कारण है कि डेंगू का वाहक वायरस प्रत्येक तीन वर्ष बाद तेजी से हमला करता है। इस हिसाब से तीन साल पहले आक्रामक हुआ वायरस इस बार तीव्रता के साथ वापसी कर सकता है, इसीलिए इससे निबटने की कार्य योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है।

दिल्ली स्वास्थ्य सेवा से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के सिर्फ 33 सेंटिनल सरकारी अस्पताल ही डेंगू से सम्बंधित जानकारी साझा करते हैं। इसके अलावा NCDC और एम्स के अलावा सर गंगाराम अस्पताल जैसे कुछ प्राइवेट अस्पताल डेंगू से जुड़ी जानकारी उससे साझा करते हैं।

जबकि दिल्ली की बहुत बड़ी आबादी ऐसे प्राइवेट अस्पतालों से इलाज करवाती है जिसके आंकड़े सरकार के पास उपलब्ध नहीं होते। इस तरह 2015 के डेंगू के मरीजों की संख्या भी वास्तविकता से बहुत कम हो सकती है। इस तरह इस वर्ष डेंगू मरीजों की संख्या का अनुमान ही लगाया जा सकता है।

क्या हो रहे हैं उपाय

दिल्ली सरकार स्वास्थ्य विभाग, दिल्ली की तीनों एमसीडी, एनडीएमसी और दिल्ली जल बोर्ड सहित सभी एजेंसियों ने डेंगू से निबटने के लिए कार्ययोजना पर काम करना शुरू कर दिया है। सभी घरों, कार्यालयों और निर्माणाधीन स्थलों पर दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है।

दक्षिण नगर निगम के एमएचओ बीएस हज़ारिका के अनुसार सभी क्षेत्रों में स्कूली बच्चों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा क्षेत्रों में मुनादी करवाकर भी लोगों को डेंगू-चिकनगुनिया के प्रति सतर्क किया जा रहा है। दवाइयों के छिड़काव के साथ ही मच्छरों के लार्वा को जैवीय तरीके से नष्ट करने का काम भी चल रहा है।


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