कानपुर में पकड़ा जीएसटी का सबसे बड़ा फ्रॉड, 400 करोड़ का फर्जीवाड़ा
जीएसटी लागू होने के एक साल बाद देश का सबसे बड़ा घोटाला कानपुर में पकड़ा गया है। जीएसटी महानिदेशालय की खुफिया विंग ने नयागंज के दो व्यापारियों को 400 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग में गिरफ्तार कर लिया है। इस बिलिंग के जरिए दोनों ने 60 करोड़ रुपये की न सिर्फ टैक्स चोरी बल्कि इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लेकर सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना भी लगा दिया। इससे पहले 21 मई को जयपुर में 58 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा किया गया था। इस संबंध में राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में छापे मारे गए थे।
बुधवार देर शाम डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) की टीम ने नयागंज की दस फर्मों पर छापे मारकर मनोज कुमार जैन और चंद्रप्रकाश तायल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों व्यापारी बोगस फर्मों की आड़ में कागज पर कारोबार करते थे। व्यापारियों यानी अपने ग्राहकों को फर्जी बिल व इनवायस काटते थे। इस बिल से वे इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा सरकारी खजाने से रकम निकालते थे, जो उन्होंने कभी टैक्स के रूप में जमा ही नहीं किए।
गिरफ्तार व्यापारी सीमेंट, बिटुमिन, कच्चे चमड़े, प्लास्टिक के दाने, बीओपीपी फिल्मों और धातुओं की आपूर्ति के लिए फर्जी बिल जारी कर रहे थे। आरोपी ऐसे चालान अपने ग्राहकों को आईटीसी के जरिए लाभ पहुंचाने के लिए जारी कर रहे थे। डीजीजीआई लखनऊ जोनल यूनिट के अपर महानिदेशक राजेंद्र सिंह के निर्देश पर पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। छापेमारी का नेतृत्व उप निदेशक डीजीजीआई कमलेश कुमार ने किया। इसमें वरिष्ठ खुफिया अधिकारी पीएम त्रिपाठी, पीके त्रिपाठी, ब्रजेश त्रिपाठी, उपदेश सिंह सहित अन्य अफसरों ने हिस्सा लिया।