केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू, घटाया गया किराया
केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है. पिछले साल की तुलना में इस यात्रा सीजन में हेलीकॉप्टर का किराया भी घटाया गया है. कम किराए के बावजूद सरकार को अधिक राजस्व भी प्राप्त होगा. बता दें, लंबे समय से केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी.
उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) ने केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी है. वर्ष 2017 में गुप्तकाशी से केदारनाथ तक 7500 रुपये तक प्रति यात्री किराया लिया गया था. जबकि अब यही किराया 7300 रुपये कर दिया गया है. वहीं फाटा से पहले 7000 रुपये प्रति यात्री किराया लिए जाने के बजाए अब 6700 रुपये किराया लिया जाएगा. इसी तरह सिरसी से पहले 6500 रुपये किराया लिया जाता था. जबकि अब 6300 रुपये प्रति व्यक्ति किराया कर दिया गया है.
बता दें, केदारनाथ यात्रा शुरू होने के पहले ही दिन सरकार ने 9 कंपनियों को हेलीकॉप्टर सेवाओं की इजाजत दे दी. इसके तत्काल बाद केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवा शुरू भी हो गई है. पिछले साल हेली कंपनियों द्वारा किराए में मनमानी किए जाने की अनगिनत शिकायतें मिली थीं. इसी के मद्देनजर उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने इस वर्ष नए तरीके से हेलीकॉप्टर सेवा के लिए टेंडर जारी किए.
यात्रा शुरू होने के पहले दिन तक हेली टेंडर को लेकर सस्पेंस बना हुआ था. मगर यात्रा शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही यूकाडा ने जल्दबाजी में टेंडर प्रकिया में शामिल सभी 9 कंपनियों को उड़ान की मंजूरी दे दी है. हालांकि बीते वर्ष 14 कंपनियां सेवाएं दे रही थीं. इस वर्ष 9 कंपनियां ही हैं. इस यात्रा सीजन में हेली सेवाओं का प्रति यात्री किराया कम किया गया है. माना जा रहा है कि इससे सरकार को भी रॉयल्टी के रूप में बीते वर्ष की तुलना में 5 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व की प्राप्ति होगी.
बता दें कि इस वर्ष हेली टेंडर में 6 बार बदलाव किया गया. इस दौरान अधिकारी मामला हाईकोर्ट में होने के चलते बाहाना करते रहे. लेकिन इस मसले पर हाईकोर्ट में दायर याचिका की 2 मई को सुनवाई से पहले ही आननफानन में हेली सेवा को शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी. इससे चुनिंदा कंपनियों को ही लाभ पहुंचाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.