एनओसी प्रकरण में द दून स्कूल की सफाई, सभी नियमों का करता है स्कूल पालन
बिना एनओसी स्कूल संचालन को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब में द दून स्कूल ने साफ करते हुये कहा कि स्कूल सभी नियमों का पालन करता है। उनसे किसी भी प्रकार के प्रमाण पत्र मांगे जाते है तो वह देने के लिए तैयार है। एनओसी प्रकरण में उनसे किसी भी स्तर पर अभी तक कोई बात नहीं हुयी है और मीडिया में ही यह खबरे आ रही है कि स्कूल का संचालन बिना प्रमाण पत्र के किया जा रहा है।
दून स्कूल ने इस तरह की किसी भी खबर को गलत बताया है। स्कूल के निदेशक मीडिया अफेयर्स पीयूष मालवीय ने कहा कि हम कानून का पालन करने वाले संस्थान हैं और अपनी जिम्मेदारियों और प्रतिष्ठा के विषय में अत्यंत गंभीरता बरतते हैं। 85 से अधिक वर्षो से हम एक विश्व स्तरीय संस्थान चला रहे हैं। इतना बड़ा संस्थान बगैर प्रमाणपत्रों के चल रहा है, यह कहना गलत है। हमारे पास सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध हैं, जो कभी भी मागे जाने पर दिखा दिए जाएंगे। किसी भी अधिकृत व्यक्ति से ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई है कि हम किसी स्थापित नियम का अनुपालन नहीं कर रहे।
यह है एनओसी प्रकरण का मामला
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त द दून स्कूल बिना शिक्षा विभाग से अनापत्ति प्रमाण लिए चल रहा है। खुद शिक्षा विभाग ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) में यह जानकारी दी है। मामला सामने आने के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली ने बीईओ सहसपुर को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।1935 में खुले दून स्कूल से कई प्रतिष्ठित नेता, नौकरशाह, फिल्म अभिनेता, उद्योगपति व कारोबारी शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। लेकिन शिक्षा विभाग की एक आरटीआई के जवाब में दी गई जानकारी के बाद इसकी मान्यता और एनओसी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। विभाग ने इसी वर्ष एक आरटीआई के जवाब में बताया कि द दून स्कूल को माध्यमिक शिक्षा अनुभाग से कोई मान्यता या एनओसी प्रदान नहीं की गई है। हालांकि डीईओ माध्यमिक यशवंत सिंह चौधरी ने बताया कि स्कूल ने बाद में मान्यता के दस्तावेज उपलब्ध करवा दिए थे। लेकिन एनओसी से संबंधित कोई दस्तावेज अभी तक विद्यालय नहीं उपलब्ध करवा पाया है।
कई वीआईपी कर चुके पढ़ाई
दून स्कूल से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत कई वीआईपी पढ़ाई कर चुके हैं। कई प्रतिष्ठित घरानों के बच्चे अभी यहां अध्ययनरत हैं।
राजीव गांधी के अलावा संजय गांधी, राहुल गांधी, मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री कमलनाथ, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, प्रसिद्ध निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, पूर्व रक्षा मंत्री अरुण सिंह, पूर्व विदेश मंत्री स्व. दिनेश सिंह, लेखक व पीपली लाइव फिल्म के सहायक निदेशक महमूद फारुखी समेत कई वीआईपी ने यहां से पढ़ाई की है।