गुरुग्राम: कड़ी निगरानी में अता होगी नमाज, तनाव के बीच पुलिस बल मुस्तैद
शहर की लगभग 76 खुली जगहों पर जुमे की नमाज पहले की तरह ही अता की जाएगी, लेकिन इस बार हर जगह पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। गुरुग्राम में खुले में नमाज पर शुरू हुए बवाल के बाद यह पहला शुक्रवार है। गुरुग्राम प्रशासन ने गुरुवार को यह कदम उठाया और पुलिस को उन सभी जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है। बता दें कि पिछले शुक्रवार को नमाज के दौरान भी कुछ जगहों पर विवाद की खबरें आईं थीं।
वहीं कुछ हिंदू संगठन, सीएम की टिप्पणी को लेकर काफी उत्साहित दिख रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि नमाज खुले में पढ़े जाने की जगह मस्जिद या ईदगाह में ही पढ़ी जानी चाहिए। इन संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि खुले में नमाज पढ़ने की जगह 5 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ये जगहें किसी मंदिर के 2 किलोमीटर के दायरे के बाहर हों।
डेप्युटी कमीश्नर चंद्रशेखर खरे ने गुरुवार को ड्यूटी मैजिस्ट्रेटों को इस संबंध में आदेश दिया है। खरे ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेटों की लिस्ट के बारे में बताते हुए कहा, ‘गुरुग्राम की तीन तहसीलों में 13 मई को म्युनिसिपल कमिटी के चुनाव होने हैं, ऐसे में इलाके में कानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है।’
पिछले दिनों हुए एक सर्वे में पुलिस ने ऐसी 76 जगहों को चिह्नित किया है, जहां शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती है। मुस्लिम समुदाय की कमिटी के सदस्य ने बताया, ‘यह पूरा विवाद सेक्टर 43 में हुई एक घटना की एफआईआर के बाद शुरू हुआ (20 अप्रैल को नमाज बाधित करने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था)। यह मुद्दा स्थानीय स्तर पर सुलझाया जा सकता है।’
संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के विक्रम सिंह यादव ने प्रशासन पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने खुले में नमाज बंद करने के लिए उचित कदम उठाने की बात कही थी। लेकिन अब हमें विश्वास में लिए बगैर उन्हें खुले में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी है।