April 27, 2024

एनएच-74 भूमि मुआवजा घोटाला: एसआईटी ने किया बेड़ीनाग के प्रभारी तहसीलदार को किया गिरफ्तार

एनएच-74 भूमि मुआवजा घोटाले के मामले में एसआईटी स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बेड़ीनाग के प्रभारी तहसीलदार रघुवीर सिंह को रविवार तड़के हिरासत में लेकर रुद्रपुर ले गई। एसआईटी की यह कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय थी जिससे चलते स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी बाद में इसकी भनक लगी। रघुवीर सिंह पूर्व में ऊधमसिंह नगर में राजस्व निरीक्षक पद पर कार्यरत थे। सोमवार को एसआईटी रघुवीर का मेडिकल कराकर उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अदालत नैनीताल में पेश किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि प्रभारी तहसीलदार को सात जुलाई को रुद्रपुर में एसआईटी के समक्ष हाजिर होना था। जिले में दैवीय आपदा के चलते उन्हें प्रशासनिक रूप से अनुमति नहीं मिल पाई। रविवार तड़के 3.30 बजे एसआईटी की पांच सदस्यीय टीम ने उनके नया बाजार स्थित किराए के आवास पर छापा मारा और उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दौरान टीम ने उनसे कुछ देर पूछताछ की। सुबह करीब 6.45 बजे टीम उन्हें रुद्रपुर ले गई। रघुवीर सिंह यहां दो साल से नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत थे और उन्हें हाल ही में प्रभारी तहसीलदार का कार्यभार दिया गया था।

एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि बैक डेट के दो मामलों में लगी रिपोर्ट में रघुवीर के दस्तखत पाए गए हैं। इसी आधार पर उनको पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। -सदानंद दाते, एसएसपी ऊधमसिंह नगर

दो जमीनों की बैक डेट  से 143 में रिपोर्ट लगाई थी
गदरपुर में कानूनगो रहते हुए रघुवीर सिंह ने दो जमीनों की बैक डेट में 143 (कृषि भूमि को अकृषि में बदलने की कार्यवाही) में रिपोर्ट लगाई थी। गदरपुर के तीन मामलों की एफएसएल रिपोर्ट में बैक डेट में की गई जमीनों की 143 में तत्कालीन एसडीएम तीरथपाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

इनमें से दो मामलों में जमीनों की 143 की रिपोर्ट में तत्कालीन कानूनगो रघुवीर सिंह के दस्तखत होने की पुष्टि हुई है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार जिन दो जमीनों के मामलों में रघुवीर सिंह के दस्तखत होने की पुष्टि हुई है, उनमें से एक मामले में काश्तकार को दो करोड़ से अधिक का मुआवजा भी मिल चुका है। बता दें कि भूमि मुआवजा घोटाले की अब तक की जांच में एसआईटी चार निलंबित पीसीएस अफसरों समेत कुल 20 आरोपियों को जेल भेज चुकी है।

गिरफ्तारी के डर से भूमिगत हुए तीरथपाल
गदरपुर में बैक डेट में 143 करने के तीन मामलों में आरोपी बनाए गए निलंबित पीसीएस अफसर तीरथपाल गिरफ्तारी के डर से भूमिगत हो गए हैं। तीरथपाल देहरादून आवास से भी नदारद हैं। एसआईटी सोमवार को कोर्ट में तीरथपाल के खिलाफ एनबीडब्ल्यू लेने के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रही है। गदरपुर में बैक डेट में हुए तीन मामलों में बीते बुधवार को एसआईटी को मिली एफएसएल रिपोर्ट में तत्कालीन एसडीएम तीरथपाल के दस्तखत होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से एसआईटी तीरथपाल की तलाश में देहरादून में डेरा जमाए है। तीरथपाल ने फोन पर एसआईटी के समक्ष आत्मसमर्पण करने का वादा किया था, लेकिन तय दिन में वे आत्मसमर्पण करने नहीं पहुंचे थे। 


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