वॉट्सऐप के यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म में ग्राहकों की सुरक्षा खतरे में-पेटीएम संस्थापक विजय शेखर
पेटीएम संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने आरोप लगाया है कि फेसबुक के मालिकाना हक वाले वॉट्सऐप के यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म में ग्राहकों की सुरक्षा खतरे में हैं और यह सरकारी दिशा निर्देशों के खिलाफ है।
वॉट्सऐप भारत में अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से पेमेंट करने की सुविधा दे रहा है। देश में इस मैसेजिंग ऐप के 230 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता है और इसके लिए यह सबसे बड़ा बाजार है।
शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि सबके साथ एक जैसा व्यवहार किया जाए। वॉट्सऐप पेमेंट लॉग-इन और पासवर्ड नहीं मांगता। यह अपने आप में बहुत बड़ा खतरा है। वहीं यह अभी बीटा टेस्टिंग में है, मुझे नहीं लगता कि बाद में इसमें कोई बदलाव आएगा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फेसबुक पैसे कमाने के लिए यूपीआई के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। शर्मा ने अपने एक ट्टीव में भी कहा था कि भारत में फ्री इंटरनेट की लड़ाई हारने के बाद फेसबुक अब यूपीआई जैसे सिस्टम से खिलावड़ कर रहा है।
शर्मा के इन सवालों पर वॉट्सऐप की तरफ से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वॉट्सऐप के ग्लोबल बिजनेस हेड नीरज अरोड़ा ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इस पर विजय शेखर शर्मा ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं कह साधारण तौर पर कह रहा हूं किु भारत में ओपन इंटरनेट इकोनॉमी है और इसमें बने रहने के लिए एक स्तर है।
शर्मा के इस टिप्पणी पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया भी दी है। मोबिक्विक के सह-संस्थापक बिपिन प्रीत सिंह ने बिना शर्मा के नाम लिए ट्वीट किया कि वॉट्सऐप पेमेंट का विरोध करने वाले वहीं लोग है जिन्होंने अपने वेबसाइट और ऐप पर न्यूट्रल पेमेंट के विकल्पों का इस्तेमाल होने से रोक दिया था।
फ्रीचार्ज के सीईओ कुणाल शाह ने ट्वीट किया कि जिन कंपनियों को वॉट्सऐप पेमेंट से डर लग रहा है वह इसे एंटी नेशनल घोषित कर दे क्योंकि आप वॉट्सऐप के पहुंच के प्रभाव से जीत नहीं सकते।