April 16, 2024

साजिश: भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बहन ने छात्रों के मिड डे मिल में मिलाया जहर!

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के एक परिषदीय विद्यालय में छात्रों के मिड डे मिल में जहर मिलाने की आरोपी छात्रा को पुलिस ने बुधवार को बाल सुधारगृह में भेज दिया। उसके खिलाफ मंगलवार की देर शाम प्रधानाध्यापक की तहरीर पर जहर खुरानी का केस दर्ज किया गया था। इस घटना के बाद बुधवार को जहां छात्रों व अभिभावकों के चेहरों पर दहशत थी, वहीं रसोई घर में एमडीएम भी नहीं बना।

बनकटा थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत बौलिया पाण्डेय में कक्षा आठ तक परिषदीय विद्यालय संचालित विकास खंड के बौलिया पाण्डेय में प्राथमिक व जूनियर की कक्षाएं एक ही परिसर में चलती हैं। दोनों स्कूलों का मिड डे मिल भी प्राथमिक स्कूल की रसोई घर में ही बनता है। आरोप है कि मंगलवार को कक्षा आठ की एक छात्रा ने एमडीएम की दाल में जहरीला पदार्थ डाल दिया था। उसे ऐसा करते देख रसोइए ने प्रधानाध्यापक भृगुनाथ प्रसाद को जानकारी दी। मामले के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा को हिरासत में ले लिया। इसके अलावा डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए दाल का सेंपल ले लिया।

इस मामले में पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक भृगुनाथ प्रसाद की तहरीर पर मंगलवार की देर शाम आरोपी छात्रा के खिलाफ धारा 328, 511 का केस दर्ज कर लिया। थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि छात्रा को बाल सुधार गृह गृह गोरखपुर भेज दिया गया।

बंद रहा रसोई घर नही बना मिड डे मील : 

बौलिया पाण्डेय के परिषदीय स्कूल के मिड डे मिल में जहर मिलाए जाने की घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया है। सब लोग सोचने पर विवश हो गए है। बुधवार को भी स्कूल प्रशासन और नौनिहालों के चेहरे पर चिन्ता की लकीरे साफ दिख रही थी। मध्यान्ह भोजन बुधवार को नहीं बन सका। रसोई घर में ताला लगा रहा। हलांकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक भृगुनाथ प्रसाद का कहना था कि विद्यालय के रसोई घर मे बच्चों का खाना इस लिए नही बना है कि मंगलवार को देर शाम तक रसोईघर को प्रशासन द्वारा सील किया गया था। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए बिना रसोई घर की अच्छी तरह से सफाई किए खाना बनाने का खतरा नहीं लिया जा सकता। हो सकता है कि ज़हर रसोईघर में फैला पड़ा हो इसलिए सुरक्षा दृष्टि से बुधवार को भोजन नहीं बना। बाकी साफ.सफाई हो जाने के बाद गुरुवार से नियमित बच्चों का दोपहर का भोजन बनना शरू हो जाएगा।.

डर से अधिकतर बच्चे विद्यालय से रहे अनुपस्थित जहर के खौफ में बुधवार को आधे से अधिक छात्र स्कूल नहीं आए। अभिभावक भी अपने बच्चो को कुछ दिन के लिए विद्यालय नहीं भेजना चाहते है। प्राथमिक विद्यालय में कुल पंजीकृत बच्चो की संख्या 203 में से मात्र 95 बच्चे उपस्थित थे, जबकि जूनियर के 109 में से 84 छात्र पढ़ने आए।

रसोइए की सजगता से बची डेढ़ सौ बच्चों की जान

रसोइए की सजगता से करीब डेढ़ सो बच्चों की जान बच गई। यदि थोड़ी सी भी लापरवाही हो गई होती तो जिले में बड़ा व भयावह हादसा तय था। यही वजह था कि हर कोई रसोइए राधिका की तारीफ कर रहा था।

परिषदीय विद्यालय बौलिया पाण्डेय में प्राथमिक और जूनियर को मिला कर करीब साढे़ तीन सौ बच्चे पंजीकृत हैं। मंगलवार को प्राथमिक के 167 और जूनियर के 109 बच्चे पढ़ने आए थे। जहर डालने की घटना से पूर्व करीब डेढ़ सौ बच्चे भोजन कर चुके थे। इसी दौरान छात्रा भोजन करने के बहाने रसोई घर की तरफ चली गई और रसोइए को झांसा देते हुए बाल्टी में रखी दाल में जहरीला पदार्थ मिला दिया। 

इसी बीच रसोइया राधिका पहुंच गई और उसने दाल में कुछ डालते हुए छात्रा को देख लिया। जब वह दाल की बाल्टी के पास पहुंची तो दाल का रंग सफेद और गाजदार हो गया था और उससे कीटनाशक की दुर्गंध आ रही थी। उसने तत्काल इसकी जानकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों को दी। इसके बाद रसोई में ताला बंद कर भोजन वितरण पर रोक लगा दिया गया। यदि रसोइए ने थोड़ी भी लापरवाही की होती तो जहरीली दाल खाने से करीब डेढ़ सौ बच्चों की जान पर आ जाती।

बदहवास परिजन, भागते पहुंचे विद्यालय : 

मिड डे मिल में जहर मिलाने की खबर मिलते ही बच्चों के अभिभावक बदहवासा हो गए। दौड़ते-भागते मॉ-बाप विद्यालय पर पहुंचे और अपने बच्चों को ढूढ़ने लगे। बच्चों को सही सलामत पाकर उनकी जान में जान आई। सभी अपने बच्चों से बार-बार यही पूछ रहे थे कि उन्होंने जहरीली दाल तो नहीं खाई है। कुछ ही देर में विद्यालय पर सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा बीएन यादव अपनी टीम के साथ स्कूल पर पहुंचे और बच्चों के सेहत की जांच की। उनके द्वारा सभी बच्चों की सेहत ठीक होने की जानकारी पर बच्चों के परिजनों ने राहत की सांस ली। ग्राम प्रधान इंद्रासन यादव ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि कुछ गलत नहीं हुआ अन्यथा हमारा पूरा गांव कहीं का नहीं रहता। ग्रामीण रामप्रवेश कुशवाहा, कमरूद्दीन, रामजी यादव, जिबराइल अंसारी, राम अधार, पूजा राजभर, रामजीत, हरेंद्र, मुमताज और जैनुल रसोइए की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।

मां-बेटी पर उग्र हो गई भीड़, प्रधानाध्यापक ने दी तहरीर :

बच्चों के भोजन में जहर मिलाने की जानकारी होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण विद्यालय पर जुट गए। आक्रोशित लोग छात्रा को मारने-पीटने पर आमादा थे। इसकी खबर पाकर छात्रा की मां बीच बचाव करने पहुंची तो गांव की कुछ महिलाओं ने उसकी पिटाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को शांत कराते हुए छात्रा और उसकी मां को हिरासत में लेकर थाने पर चली आई। थानाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक भृगुनाथ प्रसाद ने खाने में जहर मिलाने की तहरीर दी है। मामलें देर रात मुकदमा दर्जकर लिया है। छात्रा को हिरासत में रखा गया है और उसकी मां को छोड़ दिया गया है।.

छात्रा और उसकी मां ने खाने में कुछ भी मिलाने से साफ इनकार किया है। छात्रा की मां का कहना है कि कक्षा पांच में पढ़ने वाले उसके बेटे की कुछ दिन पूर्व स्कूल में एक बच्चे ने ईंट से मारकर हत्या कर दी थी। हमला करने वाला बच्चा इस समय बाल सुधारगृह में है। उसका बदला लेने के लिए कुछ लोग जानबूझ कर मेरी बेटी को फंसाना चाहते हैं। जबकि ग्रामीणों का कहना था छात्रा ने अपने भाई की हत्या का प्रतिशोध लेने के लिए छात्रों के खाने में जहर मिलने का कुचक्र रचा।


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