महाघोटाले’ का असर,फिच ने पीएनबी की रेटिंग को ‘नेगेटिव वॉच’ पर रखा
114 अरब के महाघोटाले के बाद पंजाब नेशनल बैंक की साख पर असर पड़ गया है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को बैंक की रेटिंग को पॉजिटिव से निगेटिव कर दिया है। फिच के इस कदम से अन्य रेटिंग कंपनियां भी बैंक की साख को कम कर सकते हैं।
लोन की रिकवरी होना मुश्किल
ग्लोबल एजेंसी ने कहा है कि बैंक 114 अरब रुपये के लोन की रिकवरी होना मुश्किल है। अगर वाकई में लोन की रिकवरी नहीं होती है तो फिच इस रेटिंग को और घटा सकता है। रेटिंग घटने से बैंक की विश्वस्तर पर बनी साख पर असर पड़ेगा।
फिच ने जारी किया बयान
फिच ने अपने बयान में कहा है कि जब तक पीएनबी की वित्तीय स्थिति और सिस्टम को लेकर स्थिति साफ नहीं होती तब यह रेटिंग रहेगी। स्थिति साफ होने के बाद ही फिच अपनी रेटिंग पर फिर से विचार करेगा। इस महाघोटाले से बैंक की साख को बट्टा लगा है, जिसके कारण मार्केट को पैसे लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
इसके साथ ही बैंकिंग सेक्टर पर भी इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा। फिच ने कहा है कि हम पीएनबी की पूरी लायबिलिटी, संभावित रिकवरी और बैंक आंतरिक ओर बाहरी स्रोत से कितनी नई पूंजी जुटा सकता है इन सभी चीजों की निगरानी करेंगे। इसके आधार पर फैसला किया जाएगा कि बैंक की मौजूदा वायबिलिटी रेटिंग जारी रखने लायक है या नहीं।
केंद्र सरकार के भरोसे लोन की रिकवरी
फिच ने कहा है कि पीएनबी एक सरकारी बैंक है, इसलिए केंद्र सरकार को इसकी भरपाई करनी होगी। बिना केंद्र सरकार की मदद के बैंक को इस संकट से उबारना मुश्किल है। बैंक को अपने कस्टमर और अन्य वित्तीय संस्थानों के सामने अपनी स्थिति को मजबूत करना होगा।