कॉमन सर्विस सेंटर: मंत्रीजी बांट रहे थे लैपटॉप लेकिन विक्रेताओं ने लेने से मना कर दिया
सस्ता गल्ला दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में विकसित करने की सरकारी योजना दुकानदारों को रास नहीं आ रही है। सोमवार को पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने 50 लैपटॉप बांटे, लेकिन विक्रेताओं ने अन्य समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। जिले में इस योजना के तहत 772 सस्ता गल्ला दुकानों को सीएससी के रूप में विकसित किया जाना है।
विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पंत ने जिले के 50 सरकारी सस्ता गल्ला दुकानदारों को लैपटॉप, प्रिंटर, बायोमीट्रिक मशीन का वितरण किया। उन्होंने कहा कि सस्ता गल्ला दुकानों को कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के रूप में विकसित करने से सार्वजनिक वितरण प्रणाली मजबूत होगी। सीएससी से ग्रामीण क्षेत्र की जनता को पंचायती राज से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों, सेवायोजन कार्यालय से संबंधित प्रमाण पत्र, बीमा की राशि, किस्तें जमा करने के साथ ही बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा। इससे गल्ला विक्रेताओं को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।
जिला पूर्ति अधिकारी मनोज वर्मन ने बताया कि सभी गल्ला विक्रेताओं को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस मौके पर प्रभारी जिलाधिकारी वंदना, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेंद्र रावत, भाजपा नेता महेंद्र लुंठी, गणेश भंडारी, केएस वल्दिया, राजेश शर्मा, सीएसएसी के मैनेजर केतन पांडेय, जिला प्रबंधक मोहित पांडेय, हीरा महरा आदि मौजूद रहे।
दूसरी तरफ कार्यक्रम में मौजूद सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने लैपटॉप वितरण के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को बीच में छोड़कर गल्ला विक्रेता विकास भवन के मुख्य गेट पर आ गए। उन्होंने उचित मानदेय दिलाने, दुकान का किराया और स्टेशनरी का खर्चा देने, वाहन भाड़ा देने, घटतोली से बचने के लिए सभी गोदामों में धर्मकांटे लगाने की मांगें की।
उन्होंने कहा कि जब तक उनकी न्यायोचित मांगों को नहीं माना जाता है तब तक वो लैपटॉप स्वीकार नहीं करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में सस्ता गल्ला व्यापारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद लोहिया, कैलाश जोशी, जीवन नगरकोटी, कैलाश उप्रेती, मनोज पांडेय, दिनेश कापड़ी, भूपाल दत्त, पीतांबर भट्ट, विजय कापड़ी, हरीश पाठक, हेमंत टोलिया, व्यापार संघ अध्यक्ष शमशेर महर, दिनेश कापड़ी, मनीष चौधरी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ऋषेंद्र महर आदि मौजूद रहे।