उत्तराखंड:नेशनल हाइवे पर हादसों को टालने और घायलों को तत्काल उपचार दिलाने के लिए रोड सेफ्टी थाने खोले जाएंगे
नेशनल हाइवे पर हादसों को टालने और घायलों को तत्काल उपचार दिलाने के लिए प्रदेश में रोड सेफ्टी थाने खोले जाएंगे। पहले चरण में हादसों से सबसे ज्यादा प्रभावित चार जिलों में 15 थाने खोले जाने है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर ट्रैफिक निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार कर पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी के समक्ष रखा है। पुलिस मुख्यालय जल्द ही इन थानों की स्वीकृति को शासन को प्रस्ताव भेजेेगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने नेशनल हाइवे पर हादसों को टालने और मौत को आंकड़ा कम करने को रोड सेफ्टी थाने खोले जाने का सुझाव दिया है। इसी के अनुपालन में ट्रैफिक निदेशालय के निदेशक केवल खुराना ने रोड सेफ्टी थानों का प्रस्ताव तैयार किया है।
पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 2500 किलोमीटर नेशनल हाइवे है। हाइवे पर रोड सेफ्टी थाने खोले जाने का प्रस्ताव है। रोड सेफ्टी थानों का काम सिर्फ दुर्घटनाओं की रोकथाम करने के साथ घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने का होगा।
इन थानों की मोबाइल लगातार हाइवे पर भ्रमण करेगी। पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधम सिंह नगर में 15 रोड सेफ्टी थाने खोले जाने का प्रस्ताव दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि रोड सेफ्टी थाने खोलने के प्रस्ताव पर काम चल रहा है। जल्द रोड सेफ्टी थाने खोलने के लिए शासन से स्वीकृति ली जाएगी।