बिजली दरों में मूल्यवृद्धि का फैसला, एक अप्रैल से लागू होगा नियम
प्रदेश भर में बिजली की दरों में वृद्धि कर दी गई है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में वृद्धि का फैसला लिया गया। आयोग ने घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली की दरों में प्रति यूनिट 15 पैसे इजाफा किया। ट्यूबवेल कनेक्शनधारक किसानों की बिजली प्रति यूनिट 11 पैसे बढ़ाई गई। जबकि व्यावसायिक दरों में 27 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। औद्योगिक इकाइयों के बिजली के दाम प्रति यूनिट 18 पैसे बढ़ाए गए हैं। वहीं आयोग ने राज्य के साढ़े चार लाख बीपीएल उपभोक्ताओं को राहत दी है। उन्हें पिछली दर पर ही बिल का भुगतान करना होगा। आयोग ने जानकारी दी कि बढ़ी हुई बिजली की दरें एक अप्रैल से लागू होंगी।
राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष सुभाष कुमार ने बिजली की नई दरों की घोषणा करते हुए बताया कि ट्यूबवेल कनेक्शनधारक किसानों को अब 1.84 रुपये की जगह 1.95 रुपये प्रति यूनिट की दर से भुगतान करना होगा। व्यावसायिक कनेक्शनधारक उपभोक्ताओं को 5.83 रुपये की जगह 6.10 रुपये प्रति यूनिट देना होगा। लघु औद्योगिक इकाइयों के संचालकों को 5.65 रुपये प्रति यूनिट की जगह अब 5.76 रुपये प्रति यूनिट बिल देना होगा। भारी उद्योगों के संचालकों को 5.62 रुपये की जगह 5.79 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली का बिल देना होगा। रेलवे को आपूर्ति की जाने वाली बिजली के दामों में सात पैसे प्रति यूनिट का इजाफा किया है।
गोशाला, गोसदन और होम स्टे संचालकों को राज्य विद्युत नियामक आयोग ने भारी राहत दी है। ऐसे गोशाला और गोसदन जहां दो किलोवाट का कनेक्शन है और उनकी प्रतिमाह 200 यूनिट बिजली की खपत है उन्हें घरेलू दर पर बिजली आपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा छह कमरों वाले होम स्टे संचालकों को भी घरेलू दर पर बिजली आपूर्ति की जाएगी। बीपीएल उपभोक्ताओं को भी पूर्व की भांति प्रति यूनिट 1.61 रुपये की दर से भुगतान करना होगा।
वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बिजली दरों का निर्धारण करते समय राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बीपीएल व हिमाच्छादित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के लिए भारी राहत दे दी है। नियामक आयोग ने बीपीएल उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जाने वाली बिजली की दरों में कोई बदलाव न करके भारी राहत देने की कोशिश की है। नियामक आयोग के चेयरमैन सुभाष कुमार के मुताबिक राज्य के साढ़े चार लाख बिजली उपभोक्ताओं को पूर्व की भांति 1.61 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही राज्य के हिमाच्छादित इलाकों के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को दी जाने वाली बिजली की दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।