सऊदी अरब में 39 साल बाद हुई किसी फिल्म की स्क्रीनिंग
सऊदी अरब में 39 साल बाद किसी फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। सरकार ने दिसंबर में ये बैन हटाया था। अब जेद्दा शहर के एक अस्थायी थियेटर में टेंट लगाकर प्रोजेक्टर की मदद से फिल्म दिखाई गई। ये एक एनिमेशन मूवी थी, जिसे देखने बच्चे और महिलाएं भी पहुंचे। अभी इस अस्थायी थियेटर में ही मूवी दिखाई जा रही है, लेकिन सरकार नया थियेटर तैयार करा रही है।
बैन हटने के बाद पहला थियेटर जेद्दा में ही खोला जा रहा है, जो मार्च तक तैयार हो जाएगा। देश में 300 और थियेटर खोले जाने की योजना है। फिल्म कंपनी सिनेमा-70 को देश में फिल्म प्रदर्शन करने की इजाजत मिली है। सऊदी अरब में फिल्मों को देश की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान के लिए खतरा बताते हुए 1979 में इस पर रोक लगा दी गई थी। तब से अब तक इस पर बैन था।
अरब के लोग फिल्म या थियेटर से जुड़े मनोरंजन के लिए बहरीन या यूएई में जाया करते थे। सऊदी अरब के कल्चर और इंफॉर्मेशन मंत्रालय का कहना है कि- ‘फिल्मों के प्रदर्शन से रोक हटने के बाद लोगों का सिर्फ मनोरंजन के लिए दूसरे देश जाने का सिलसिला खत्म होगा। देश की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। बोर्ड ऑफ द जनरल कमिशन फॉर ऑडियोविजुअल मीडिया सिनेमाघरों को लाइसेंस देगा। फिल्म उद्योग से अगले 10 साल में देश की अर्थव्यवस्था में 1.5 लाख करोड़ रुपए का इजाफा होगा और 30 हजार नए रोजगार भी पैदा होंगे।
1979 में अरब में फिल्में दिखाने पर बैन लगा दिया गया था, पिछले साल बैन हटा, अब स्क्रीनिंग भी शुरू हुई
सऊदी अरब में फिल्मों के प्रदर्शन से पाबंदी हटने के बाद बना ये पहला सिनेमा हॉल है। थियेटर जेद्दा शहर में बनाया जा रहा है। मार्च तक काम पूरा हो जाएगा।
2017 में सऊदी अरब ने अपनी छवि सुधार के कई कदम उठाए। महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार देना और योग को खेल का दर्जा देना इनमें खास रहे। इसी कड़ी में फिल्म स्क्रीनिंग से भी बैन हटाया गया था। ये फैसले क्राउन प्रिंस सलमान के विजन-2030 का हिस्सा हैं। इसका मकसद दुनिया के सामने देश की कट्टर छवि को सुधारना और अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता को कम करना है।