ट्रंप का ऐलान अब लॉटरी सिस्टम से नहीं मिलेगा वीजा,अमेरिका लागू करेगा मेरिट बेस्ड इमिग्रेशन सिस्टम
मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना पहला आधिकारिक ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ दिया और उन्होंने कहा कि वह देश को व्यापक विभाजनकारी स्थिति से बाहर निकालना चाहते हैं। ट्रंप ने कहा कि विभाजनकारी स्थिति हमारे देश में पिछले साल से नहीं बल्कि कई वर्षों से बनी हुई है। मुझे लगता है कि हम अपने देश को एकजुट कर पाए तो यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। हालांकि यह आसान नहीं होगा क्योंकि हमारे देश में विभिन्न विचार मौजूद हैं।
ट्रंप के पहले संबोधन की 10 खास बातें
ट्रंप ने स्टेट ऑफ द यूनियन को अपने पहले संबोधन में कहा कि अमेरिकी नागरिक दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं।
अमेरिका और मजबूत हुआ है क्योंकि अमेरिकी लोग मजबूत हैं। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिका और महान बनाने के लिए कदम उठाए हैं।
ट्रंप ने दावा किया कि 45 साल में बेरोजगारी सबसे कम हो गई है, मुझे इस बात का गर्व है। अमेरिकी अफ्रीकी में भी बेरोजगारी सबसे कम है। अमेरिकी हिस्पैनिक में भी इतिहास में बेरोजगारी सबसे कम है।
अमेरिका ने पिछले एक साल में काफी कुछ हासिल किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में रिटायरमेंट पेंशन और रिटायरमेंट सेविंग्स में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म उन्होंने किया है।
टैक्सों में ऐतिहासिक कटौती की गई है ताकि छोटे बिजनेसमैन को फायदा हो। उन्होंने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि वे अपने अपने मतभेदों को भुलाकर हमें लोगों के हितों के लिए काम करना चाहिए क्योंकि इन लोगों की सेवा के लिए हमें चुना गया है।
डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच मौजूद मतभेदों से ऊपर उठें। उन्होंने कहा कि आज मैं सभी से अपील करता हूं कि अपने मतभेदों से ऊपर उठें, समान आधार खोजें और जिनकी सेवा करने के लिए हम निर्वाचित हुए हैं, उनके लिए एकजुट हों।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका संतुलित व्यापार करने के लिए प्रतिबद्ध देशों के साथ नये व्यापार समझौते करना चाहता है।
ट्रंप ने कहा कि योग्यता आधारित आव्रजन प्रणाली की दिशा में बढ़ने का समय आ गया है।
अब लॉटरी सिस्टम से वीजा मिलने की प्रक्रिया को बंद किया जाएगा। यह एक ऐसा प्रोग्राम था जिसके जरिए अकुशल लोगों को भी ग्रीन कार्ड मिल जाता है। इसकी बजाय मेरिट के आधार पर ग्रीन कार्ड दिया जाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन और रूस पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन और रूस अमेरिकी मूल्यों को चुनौती देते हैं।