एक हुए उत्तराखंड और पर्वतीय महापरिषद
लखनऊ। स्थानीय उत्तराखंड वासियों के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा। लखनऊ में उत्तराखंड महा परिषद और पर्वतीय महापरिषद के एकीकरण आम सहमति बन गई। अब दोनों संगठन पर्वतीय महापरिषद के रूप में जाने जाएंगे। कुर्मांचल नगर में रविवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया। आम राय से मुख्य संयोजक भवान सिंह रावत और संयोजक टीएस मनराल चुने गए।
अध्यक्ष मोहन सिंह विष्ट को बनाया गया। महासचिव गणेश चन्द्र जोशी बने। गणेश ने कहा कि लम्बे समय से दोनों संस्थाओं को एक करने का प्रयास चल रहा था। कुमाऊं परिषद का गठन 1948 में हुआ था। पर्वतीय महापरिषद की स्थापना 2001 में की गई थी।