March 28, 2024

त्रिवेन्द्र सिंह सरकार राज्य में लोकायुक्त के गठन को केन्द्र के इशारे पर जानबूझाकर टाल रही है:हरीश रावत

नयी दिल्ली। भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने के उत्तराखंड की भाजपा सरकार के दावे को एक मुखौटा करार देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने आरोप लगाया है कि त्रिवेन्द्र सिंह सरकार राज्य में लोकायुक्त के गठन को केन्द्र के इशारे पर जानबूझाकर टाल रही है।

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के कई मंत्रियों के परिजनों के खिलाफ भूमि खरीद में भ्रष्टाचार के मामले सामने आये हैं। किन्तु इन मामलों में वह कुछ भी कार्वाई करते नहीं दिख रहे हैं।रावत ने कहा कि उाराखंड में एनएच घोटाला सामने आया था। भाजपा सरकार ने बड़े जोरशोर से दावा किया कि इसकी जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। कांग्रेस ने एसआईटी गठित करने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया, किन्तु राज्य सरकार ने अब एसआईटी के हाथ भी बांध दिये कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ कार्वाई नहीं होगी। इससे लगता है कि भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नही करने का इनका जो दावा है वह बिल्कुल मुखौटा है।

उाराखंड में लोकायुक्त गठन के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा, अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ही यहां केन्द्र में लोकपाल नहीं लाने दे रहे..जब वह मुख्यमंत्री थे तो वह लोकायुक्त नहीं लाये और अब लोकपाल नहीं आ रहा। त्रिवेन्द्र सिंह जी उनसे भिन्न क्या होंगे

उन्होंने बताया कि जब राज्य सरकार लोकायुक्त से संबंधित विधेयक विधानसभा में लायी तो विपक्ष ने उसे पूर समर्थन दिया। किन्तु सरकार की तरफ से ही उसे प्रवर समिति के पास भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने प्रवर समिति में भी पूरा सहयोग दिया। किंतु अभी तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ।

रावत ने आरोप लगाया कि उाराखंड में लोकायुक्त बनने में जो विलंब हो रहा है वह दिल्लीवालों केन्द्र सरकार के कारण हीं है। दिल्लीवाले कह रहे हैं जब अभी हमने लोकपाल नहीं बनाया तो तुम राज्य सरकार क्यों उछल-कूद रहे हो।

रावत ने उाराखंड में कांग्रेस में खींचतान होने की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि चूंकि यह छोटा राज्य है, इसलिए यह बात सामने आ जाती है। उार प्रदेश जैसे बड़े राज्यों तो ऐसी बातें सामने नहीं आती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी नेता एकजुट हैं।

उाराखंड के मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान रावत के खिलाफ सीबीआई केस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तो प्रारंभिक जांच भी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, मुझो एक बात समझा में नहीं आयी। डकैती मेरे घर में हुई, विधायक मेरे घर से गये, दूसरे दल में, और जांच मेरी ही हो रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वास्तविक जांच तो भाजपा की होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस मामले में दिल्ली वालों ने मुझो दिखा दिया कि खबरदार, सीबीआई हमारे पास है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में एक कथित स्टिंग आपरेशन में कांग्रेस के बागी विधायकों ने दावा किया था कि रावत ने उन्हें पैसे की पेशकश की थी। हालांकि रावत ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था। बाद में सीबीआई ने इस बाबत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।


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