गणतंत्र दिवस पर दिखेगी उत्तराखंड के ग्रामीण पर्यटन की झलक
देहरादून।आगामी गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर दिखाई जाने वाली झांकियों में उत्तराखंड के ग्रामीण टूरिज्म को स्थान मिला है। पिछले साल इस दौड़ में उत्तराखंड पीछे रह गया था। यहां की झांकी को रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली में आयोजित बैठक में चयनित कर लिया गया है।
रक्षा मंत्रालय के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति के सम्मुख ३० राज्यों और २० मंत्रालयों ने प्रस्ताव पेश किए थे जिसमें से केवल १४ राज्य और ०७ मंत्रालयों की झांकियों को चयनित किया गया है। आपको बता दें कि झांकी चयन की एक लंबी प्रक्रिया है जिसके तहत चरणबद्ध रूप से विषय का चयन, डिजायन का प्रस्तुतिकरण, थ्री.डी माडल एवं संगीत का प्रस्तुतिकरण विशेषज्ञ समिति के सम्मुख किया जाता है। सूचना महानिदेशक डॉ. पंकज पाण्डेय ने बताया कि राज्य गठन से लेकर अभी तक उत्तराखंड ९ बार अपनी झांकी प्रदर्शित कर चुका है। पिछले साल उत्तराखंड की झांकी का चयन नहीं हुआ था।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
उत्तराखण्ड ग्रामीण पर्यटन के विकास की दृष्टि से अत्यंत संभावनाशील राज्य है। इस शांत व सुरम्य पर्वतीय अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों में लोक.जीवन, कला-संस्कृति और विरासत के अद्भुत और अद्वितीय आयाम पर्यटकों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करते हैं शहरों की भीड़भाड़ से दूर उत्तराखण्ड की शांत वादियां।
यहां साफ-सुथरी आबो-हवा विविधतापूर्ण विरासत और अतिथि सत्कार की समृद्ध लोक परंपरा ग्रामीण पर्यटन के दृष्टिकोण से उत्तराखंड को आदर्श गंतव्य के रूप में स्थापित करती हैं।
झांकी में होगी उत्तराखंड की झलक
महानिदेशक सूचना डा. पंकज पाण्डेय ने बताया कि उत्तराखण्ड में ग्रामीण पर्यटन के विकास के लिए प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य के अनेक गांवों में होम-स्टे योजना संचालित की जा रही है।