उत्तरकाशी में जंगल की आग में ज़िंदा जल गए तीन मासूम
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ने तीन मासूमों की जान ले ली. उत्तरकाशी में वन गुर्जरों के डेरे पर कुदरत ने कहर ढाया. देर शाम आई आंधी से पहले पेड़ गिरा और फिर बिजली का तार टूटने से उठी चिंगारी से आग भड़क गई जिसमें घिरकर तीन मासूमों कीमौत हो गई.
घटना उत्तरकाशी से 185 किलोमीटर दूर मोरी तहसील के भंकवाड़ गांव की है. गांव से कुछ दूर वन गुर्जरों के आठ से दस डेरे हैं. बुधवार देर शाम सुलेमान के डेरे में परिवार शाम के भोजन की तैयारी कर रहा था कि तभी आंधी आ गई और चीड़ का एक पेड़ डेरे के ऊपर गिर गया.
इस आंधी की वजह से एक हाईटेंशन तार भी टूट गया जिससे निकली चिंगारी चीड़ के सूखे पत्तों पर गिरी और आग भड़क गई. इस आग ने सुलेमान के डेरे को चपेट में ले लिया. सुलेमान और उसकी पत्नी तो किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन बच्चे फंस गए. इस बीच आसपास के ग्रामीण आग बुझाने में जुट गए, लेकिन तेज हवा के कारण इसमें दिक्कत आने लगी. आंधी थमने के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
भंकवाड के प्रधान चत्तर सिंह ने बताया कि आग ने अकबर के डेरे को भी चपेट में लिया, लेकिन परिवार के लोग वहां से दूर जा चुके थे. हालांकि वहां रखा सामान राख हो गया. चत्तर सिंह ने ही पुरोला के एसडीएम को ख़बर दी.
राणा ने बताया कि हादसे के वक्त सुलेमान की बेटी कामिया (5) और बेटे यासीन (6) के अलावा पड़ोस के डेरे में उमरदीन के दो बच्चे मोहम्मद जेब (3) और जावेद (1) वहां खेल रहे थे. यासीन तो किसी तरह डेरे से बाहर आ गया, लेकिन अन्य तीन बच्चों की मौत हो गई. यासीन भी झुलस गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.