विजय बहुगुणा की घर वापसी की गेंद हरीश-प्रीतम के पाले में
प्रदीप थलवाल
देहरादूनः प्रदेश की टिहरी लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस उपापोह की स्थिति में है। इस सीट पर कांग्रेस के पास कोई जिताऊ चेहरा नहीं है। ऐसे में कांग्रेस बड़ा गेम खेलने को तैयार है। सूत्रों की माने तो टिहरी संसदीय सीट पर कांग्रेस विजय बहुगुणा पर दांव खेल सकती है। विजय बहुगुणा वर्तमान में भाजपा में है। लेकिन उत्तराखंड की सियासत में इनकी घर वापसी की चर्चा जोरों पर है। विजय बहुगुणा की घर वापसी को लेकर कांग्रेस आला कमान सहमत जरूर है लेकिन वह किसी भी तरह का सियासी नुकसान नहीं उठाना चाहता। लिहाजा बहुगुणा की घर वापसी की गेंद हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के पाले में है। सूत्रों का यह भी कहना है कि सोनिया गांधी उत्तराखंड में पार्टी को मजबूत देखना चाहती है ऐसे में विजय बहुगुणा की वापसी लगभग तय है।
बहुगुणा के लिए छोड़ी प्रीतम ने दावेदारी
टिहरी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की दावेदारी सबसे प्रबल थी। अचानक प्रीतम सिंह ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो प्रीतम सिंह इस सीट पर विजय बहुगुणा का चुनाव लडाना चाहते हैं। विजय बहुगुणा की घर वापसी की फिल्डिंग पूरी तरह से सज गई थी। बहुगुणा राहुल गांधी की रैली के दौरान कांग्रेस में शामिल होने वाले थे। लेकिन हरीश रावत की नाराजगी बहुगुणा की वापसी पर भारी पड़ गई। हरीश रावत नहीं चाहते हैं कि उनकी सरकार को खतरे में डालने वाले खलनायकों की घर वापसी हो। ऐसे में राहुल गांधी भी बहुगुणा की घर वापसी को टाल गये। प्रीतम सिंह ने रैली में अपने समर्थकों के जरिये बहुगुणा की वापसी के द्वारा फिर खोल दिये। रैली में आधे से अधिक लोग जौनसारी और उससे लगे क्षेत्र से आये थे जो कि टिहरी संसदीय सीट में आता है। कांग्रेस हाई कमान को यह भी मैसेज दिया गया कि यह भीड़ बहुगुणा की वापसी की उम्मीद में देहरादून पहुंची थी और बहुगुणा टिहरी उत्तरकाशी में बड़ा दबदबा रखते है।
बहुगुणा के आने कड़ा होगा मुकाबला
कांग्रेस हाईकमान ने विजय बहुगुणा की वापसी के संकेत दे दिये हैं। हरीश रावत भले ही इससे नाखुश हो लेकिन बहुगुणा के टिहरी संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने से भाजपा के सामने दोहरी चुनौती होगी। बहुगुणा उत्तरकाशी की तीनों विधानसभा सीट पर मजबूत पकड़ रखते हैं। टिहरी में वह प्रतापनगर, टिहरी, घनसाली, धनोल्टी पर भी खासी पैठ रखते हैं। ऐसे में अगर बहुगुणा कांग्रेस में घर वापसी करते हैं तो टिहरी संसदीय सीट पर मुकाबला कांटे का होगा।