योगी सरकार का गड्ढा मुक्त सडकों का दावा हुआ फ्लाप,सीएम आवास से 10 किलोमीटर दूर की सड़क भी नहीं हुई गड्ढामुक्त
योगी आदित्यनाथ की सरकार का गड्ढा मुक्त सडकों का दावा तो फ्लाप हुआ ही लेकिन हैरानी की बात यह है कि योगी सरकार लखनऊ की सड़कों को भी गड्ढा मुक्त नहीं कर पाई।
मुख्यमंत्री आवास से महज 10 किलोमीटर दूर ही सड़कों की पोल खुल जाती है। जहां पिछले साल ही आर.सी.सी सड़कों का निर्माण हुआ था, लेकिन सिर्फ एक साल बाद ही यहां सड़कों पर गड्ढे बढ़ गए हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के दावों के विपरीत राजधानी के सरोजनीनगर में गड्ढा मुक्त के स्थान पर सड़कें गड्ढा युक्त सड़कों में बदल गई हैं।
मुख्यमंत्री आवास और बीजेपी कार्यालय व विधानसभा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित आरसीसी सड़कों का निर्माण हो रहा है। जिन सड़कों का मानक लगभग 25 से 30 वर्ष का माना जाता है।अभी निर्माण हुए एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ है और उन सड़कों की दो बार रिपेयर भी हो चुकी है। नेशनल वॉयस पर प्रमुखता से यह समाचार दिखाने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव ने नवम्बर महीने में एक जांच टीम गठित की थी। जांच भी हुई और सड़क का रिपेयरिंग का कार्य भी कराया गया। रिपेयरिंग करने के एक महीने की बाद का सच भी अब सबके सामने है। जहाँ पर हाल में ही लखनऊ विकास प्राधिकरण के जेई और ठेकेदार ने मिलकर लाखों का नहीं करोड़ों का खेल कर लिया। लखनऊ विकास प्राधिकरण की मिलीभगत से योगी की राजधानी लखनऊ में तो योगी तो पूरे सूबे के मुखिया हैं और जिलों का क्या हाल है। जबकि योगी आदित्यनाथ का बराबर चौधरी चरण सिंह एयर पोर्ट से आना जाना लगा रहता है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर की सड़क की बदहाल सड़क, अब देखने वाली बात यह है कि जब गड्ढा मुक्त सड़क का विभाग भी योगी आदित्यनाथ के पास है तो अब कैसी जांच करायेंगे और किस पर होगी कार्रवाई।