देहरादून। साल 1992 से हर वर्ष 3 दिंसबर को विश्व दिव्यांग दिवस बनाया जाता है। समाज में दिव्यांगों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस बनाया जाता है। देश में दिव्यागों के लिए इस दिन समारोह का आयोजन किया जाता है। उत्तराखण्ड में भी दिव्यांग दिवस के दिन दिव्यांग सम्मान समारोह रखा जाता था। लेकिन इस वर्ष सरकार कोई भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर रही है। भले ही सरकार दिव्यांगो के लिए अनेक दावे करती है लेकिन विधानसभा सत्र का तर्क देते हुए इस वर्ष सरकार द्वारा दिव्यांगो के लिए कोई भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा हैं। ऐसे में अपनी मांगो को लेकर नंदा देवी निर्धन दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन ने गांधी पार्क में जमकर धरना दिया। 6 महीनों से सरकार द्वारा पेंशन ना दिये जाने के खिलाफ एसोसिएशन ने जमकर नारे बाजी की। हांलाकि 2007 से यह आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार द्वारा इसमें कोई सहायता नज़र नही आई। ऐसे में बंसत कुमार थपलियाल, ऐसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष से बात की जिन्होने बताया कि किस तरह से सरकार उनको हर साल आश्वसन देती है लेकिन कोई भी कार्य नहीं करती।