#एक्जिट पोल2019 के बाद शिवसेना बोली, ‘चंद्रबाबू नायडू आप क्यों समेट रहे हैं श्मशान की राख’
शिवसेना ने अपने सामना संपादकीय में लोकसभा चुनाव 2019 में चंद्रबाबू नायडू अपनी सरकार बनाने के लिए चल रही कोशिश पर तंज कसते हुए टिपणी की है. पार्टी ने इस एक मनोरंजक खबर बताया है. इसके साथ ही शिवसेना ने विश्वास जताया है कि देश में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का मजाक उड़ाया हैं. सामना में लिखा है ‘मानसून के अंडमान में दाखिल होने की खबर आनंददायक है और साथ ही चंन्द्राबाबू नायड़ू द्वारा सरकार की स्थापना के लिए की जा रही जोड़-तोड़ के लिए दिल्ली में दाखिल होने की खबर भी मनोरंजक हैं.’ सामना में लिखा है, ‘भले ही एक्जिट पोल मोदी का देश का प्रधानमंत्री फिर से होने की बात कह रहे हो लेकिन डुप्लिकेट चाबियां बनाकर सत्ता का दरवाजा खोला जा सकता हैं, इस पर विरोधी दलकाम में जुट गए हैं और इस मुहिम का नेतृत्व चंन्द्राबाबू नायडू कर रहे हैं.’
शिवसेना ने लिखा है कि मोदीजी द्वारा केदारनाथ में की हुई तपस्या से विपक्ष डर गया है. यह विपक्ष की फर्जी सेक्युलरवाद और मोदीजी के हिंदुत्ववाद की लड़ाई है. साथ ही शिवसेना ने मोदी सरकार बनेगी ऐसा विश्वास जताते हुए चंद्रबाबू नायडू भी सरकार बनाने के लिए कोशिश कर रहे हैं, जिसके लिए वो विपक्ष को एक करने में जुटे है.
शिवसेना ने विपक्ष के राहुल गांधी, शरद पवार, केजरीवाल, ममता बनर्जी, सपा-बसपा इन सभी पर तंज कसते हुए कहा है कि चंद्रबाबू नायडू की पार्टी खुद हारने की कगार पर है इसीलिए नायडू की विभिन्न दलों को एकत्रित करने की कोशिश शमशान की राख एक करने की कोशिश के बराबर है.
हालांकि शिवसेना ने यह भी कहा है कि विपक्ष दलों की असली एकता का सबूत 23 तारीख के बाद ही दिखाई देगा. पार्टी ने लिखा है कि विपक्ष की बस यही कोशिश है कि मोदी सत्ता में वापस न आये, लेकिन विपक्ष बैसाखियों के सहारे अपनी सत्ता हासिल करने की कोशिश मे लगा है. विपक्ष के गठबंधन में पीएम पद के लिए पांच उम्मीदवार खुद को दावेदार मान रहे है. अमित शाह ने पहले ही विश्वास जताया था कि 300 के पार सीटें जीतेंगे और इसपर हमें भरोसा है. चंद्रबाबू नायडू बेवजह सरकार बनाने की कोशिश में लगे है.