जैनी प्रकरण पर डा0 हरक सिंह का सनसनीखेज बयान, कहा बीजेपी के सहयोग से तिवारी सरकार गिराने की थी तैयारी!
-एनडी तिवारी सरकार गिराने के लिए डा0 हरक सिंह रावत के संर्पक में थी बीजेपी?
देहरादून। प्रदेश सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने एक सनसनीखेज बयान देकर राज्य की राजनीति में एक और तूफान खडा कर दिया है। डा. रावत ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि 2003 में जैनी प्रकरण के बाद उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर एन.डी तिवारी सरकार गिराने की कोशिश की थी। इस काम के लिए कांग्रेस के साथ साथ बीजेपी के विधायक भी रावत के साथ थे। जिनकी संख्या 28 से अधिक थी।
डा0 हरक सिंह रावत ने कहा कि जैनी प्रकरण के बाद वे काफी नाराज थे और बीजेपी के साथ मिलकर एनडी तिवारी सरकार गिराने की पूरी तैयारी कर दी गयी थी। इसके लिए बीजेपी से भगत सिंह कोश्यारी ने प्रमोद महाजन को प्रदेश की पूरी राजनीतिक स्थिति से अवगत करा दिया था। जिसके लिए प्रमोद महाजन भी तैयार हो गये थे। बकायदा सीएम के पद के लिए भगत सिंह कोश्यारी के नाम पर सहमति भी बन गयी थी, लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय बहुगुणा के हस्तक्षेप के बाद एनडी तिवारी सरकार को गिराने का फैसला टाला गया।
डा0 हरक सिंह रावत के बाद प्रदेश में राजनीति गर्म हो गयी है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पूर्व डा0 रावत के बयान के कई मायने निकाले जा रहे है। इतना ही नहीं अभी लोग 2016 की घटना को भी भूल नहीं पाये है जब डा0 हरक सिंह रावत ने तत्कालीन हरीश रावत सरकार को गिराकर प्रदेश में राजनीतिक संकट खडा कर दिया था। तब भी डा0 ने बीजेपी का ही सहारा लिया था और एनडी तिवारी सरकार को गिराने के लिए भी डा0 रावत को बीजेपी सहयोग कर रही थी। अब तो खुद डा0 हरक सिंह रावत बीजेपी में कैबिनेट मंत्री है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि डा0 के इरादे कुछ और ही है और जो लोग उन्हें कांग्रेस प्रष्ठभूमि का बता रहे है उनके लिए वह नसीहत भी दे गये है।