देहरादून में नशे के खिलाफ लोगों ने लगाई दौड़
देहरादून। पुलिस की मैराथन में रविवार को 20 हजार लोग नशे के खिलाफ दौड़े। मुख्यमंत्री ने मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि नशा देश को कमजोर कर रहा है। उन्होंने युवाओं से कहा कि स्वयं भी नशा छोड़ें और दूसरों को भी छुड़ाएं। मुख्यमंत्री ने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के युवा और सेना में भागिदारी अब 5 से 7 फीसद भागीदारी रह गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कभी 37 फीसद युवा सेना और अर्द्धसेना में भर्ती होते थे, लेकिन नशे के कारण युवाओं की भागीदारी कम हुई है। उन्होंने मैराथन में मौजूद शामिल हुए युवाओं को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई। इस मौके पर नवनिर्वाचित महापौर सुनील उनियाल गामा, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, एडीजी अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मैराथन में 10 और 21 किमी की दौड़ शामिल की गई है। विजेता धावकों को 10 लाख तक के इनाम दिए जाएंगे। उत्तराखंड पुलिस तीसरी बार दून में राष्ट्रीय स्तर के मैराथन का आयोजन किया। मैराथन का उद्देश्य दूनवासियों को नशे के खिलाफ जागरूक करना है। मैराथन के लिए 20 हजार लोगों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। मैराथन में शामिल होने वाले धावकों को बिब नंबर बांटे गए हैं।
सुबह सात बजे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मैराथन को रवाना किया। पुलिस लाइन से धर्मपुर, आराघर, ईसी रोड, सर्वे चौक, क्रॉस रोड, राजपुर रोड तक जाकर मैराथन फिर वापस पुलिस लाइन पहुंची । अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि मैराथन के दौरान ट्रैफिक रूट पूरी तरह डायवर्ट रहेगा। समापन पर विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इधर, मैड से जुड़े सदस्यों ने मैराथन के दौरान शहर में बिखरने वाले कचरे को एकत्र करने की योजना बनाई है। इसके लिए मैड के सदस्य अलग-अलग स्थानों पर प्लास्टिक और अन्य कचरा एकत्र करेंगे।