भाजपा द्वारा सैन्य कार्रवाइयों का चुनावी इस्तेमाल शर्मनाक और अस्वीकार्य : मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि उनके कार्यकाल में भी कई बार सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की गई थी, लेकिन उन्होंने कभी इसका चुनावी फायदा उठाने की कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सैन्य कार्रवाइयों का चुनावी इस्तेमाल ‘शर्मनाक और अस्वीकार्य’ है.
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में मनमोहन सिंह ने कहा, ‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता अस्वीकार्य है. पुलवामा आतंकी हमला हमारे सबसे सुरक्षित राजमार्ग पर हुआ जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. यह खुफिया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक है. यह बात सामने आई है कि सीआरपीएफ और बीएसएफ जवानों को हवाई मार्ग के जरिये ले जाने का अनुरोध कर रहे थे जिसे मोदी सरकार ने खारिज कर दिया.’ मनमोहन सिंह ने आगे कहा, ‘सरकार ने खुफिया विभाग और जम्मू-कश्मीर पुलिस की उस जानकारी की भी अनदेखी की जिसमें आईईडी धमाके की संभावना जताई गई थी.’
पूर्व प्रधानमंत्री से पूछा गया कि वे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परमाणु हथियार को लेकर दिए हालिया बयान को कैसे देखते हैं. इस पर उन्होंने कहा, ‘हमारी न्यूक्लियर क्षमता हमारी ताकत और सुरक्षा है. पंडित नेहरू ने हमारी न्यूक्लियर क्षमताओं की नींव रखी थी. इंदिरा गांधी ने पहला परमाणु परीक्षण किया था… इसी का परिणाम था कि 13 दिन वाली वाजपेयी सरकार ने हमारे परमाणु हथियार का परीक्षण किया था. (लेकिन) परमाणु सुरक्षा और शांति इस ताकत से जुड़ी हमारे देश की दो बड़ी जिम्मेदारियां हैं.’
इसके अलावा मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में मोदी सरकार बिलकुल विफल रही है. उन्होंने कहा, ‘पिछले पांस सालों में अकेले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले 176 प्रतिशत बढ़ गए हैं. सीमा पर पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम उल्लंघन करने में 1,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हमारे सुरक्षा केंद्रों पर 17 बड़े आतंकी हमले हुए हैं. जीडीपी के हिसाब से रक्षा क्षेत्र के लिए खर्च पिछले 57 सालों में सबसे कम रहा है. क्या यह इस सरकार के प्रदर्शन और प्राथमिकताओं के बारे में नहीं बताता?’