यूपी : विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने से पहले हंगामा, परिषद आधे घंटे के लिए स्थगित
यूपी विधानमंडल के दोनों सदनों का (विधानसभा एवं विधान परिषद) का मानसून सत्र गुरुवार शुरू होना था।
सपा के विधानसभा व विधान परिषद सदस्यों का विधानमंडल सत्र शुरू होने से पहले धरना-प्रदर्शन किया। कानून व्यवस्था एवं सोनभद्र में हुए नरसंहार के विरोध में हंगामा हुआ। मात्र 4 मिनट की कार्यवाही के बाद परिषद आधे घंटे के लिए स्थगित हो गई।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बुधवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में मानसून सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग का अनुरोध किया। बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता विपक्ष राम गोविन्द चौधरी सहित सभी दलीय नेताओं ने अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग का आश्वासन दिया।
सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा को तैयार- योगी
सदन के नेता मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा कि हम सार्थक, रचनात्मक बहस, विचार-विमर्श को बढ़ावा के साथ अधिकतम चर्चा, अधिक से अधिक दिनों तक सदन की कार्यवाही चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है। सदन में लोकहित के मुद्दों पर बहस होनी चाहिए। आरोप-प्रत्यारोप, टोका-टोकी और शोरगुल के बीच सदस्यों की विकासमूलक बातें भी नहीं आ पाती है। सदस्यों द्वारा कही गई अच्छी से अच्छी बातें भी उपेक्षित रह जाती हैं। कभी-कभी सदन में एक ही विषय को बार-बार उठाया जाता है। तैयारी करके सदन में आने वाले विधायकों को अपनी बात कहने का अवसर नहीं मिल पाता है।
हंगामे से देश-दुनियां में यूपी की बदनामी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यूपी की विधानसभा देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। सदन की कार्यवाही पर देश और दुनिया की निगाहें होती है। बार-बार सदन में हंगामा होने से जन-प्रतिनिधियों के प्रति प्रदेश की जनता के बीच गलत संदेश जाता है। और इससे यूपी की बदनामी भी होती है।
सभी दलों के नेता रहे मौजूद
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नेता विरोधी दल व सपा के नेता राम गोविन्द चौधरी, बहुजन समाज पाटी के नेता लाल जी वर्मा, कांग्रेस पार्टी के नेता अजय कुमार लल्लू के स्थान पर मसूद अख्तर, अपना दल (सोनेलाल) के नेता नील रतन पटेल एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर मौजूद रहे।
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में कार्यक्रम पर मुहर
विधानसभा की कार्य-मंत्रणा की बैठक भी हुई। जिसमें 18 जुलाई से 26 जुलाई तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। विधानसभा अध्यक्ष श्री दीक्षित ने बताया कि 18 जुलाई को स्वर्गीय जगन प्रसाद गर्ग को शोकांजलि के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा। 19 जुलाई को अध्यादेशों एवं अधिसूचनाओं को सदन के पटल पर रखा जाएगा। 23 जुलाई को पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार 12.20 बजे से अनुपूरक बजट पेश होगा। 24 जुलाई को अनुपूरक अनुदानों पर चर्चा एवं विनियोग विधेयक को पेश करने के बाद उस पर विचार होगा और पास कराया जाएगा। 23, 25, 26 जुलाई को अन्य मदों के साथ विधेयकों को भी पेश करके पास कराया कराया जाएगा। बीच में जरूरत पड़ने पर कार्यमंत्रणा समिति पुनः बैठेगी।
सत्र के दौरान रहेगी त्रिस्तरीय सुरक्षा
मानसून सत्र के दौरान विधानभवन परिसर की सुरक्षा के संबंध में हुई बैठक में गृह विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए कि विधान भवन की सुरक्षा त्रिस्तरीय (विधानसभा के सुरक्षा कर्मी, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल की सुरक्षा) रहेगी। इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। इस मौके पर विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।