सबसे कम चले प्रश्नकालों में शामिल रहा शीतकालीन सत्र का प्रश्नकाल
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में कामकाज की स्थिति 16वीं लोकसभा में तीसरे स्थान पर रही। इस बार प्रश्नकाल भी सबसे कम चले प्रश्नकालों में शामिल था। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च ने यह बात कही।
लोकसभा की बैठक मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा की बैठक एक दिन के लिए बढ़ा दी गई। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के अनुसार 16वीं लोकसभा में सदन में तीसरा सबसे कम कामकाज हुआ। इसमें कहा गया, इस दौरान प्रश्नकाल 16वीं लोकसभा के सबसे कम चले प्रश्नकालों में रहा। कामकाज में अवरोध के कारण पूरे शीतकालीन सत्र में केवल दो दिन प्रश्नकाल चला।
संस्था ने कहा, लोकसभा ने अवरोध के कारण अपने तय समय के छठे हिस्से को खो दिया, वहीं राज्यसभा की निर्धारित अवधि का तीसरा हिस्सा बर्बाद हो गया। संस्था ने यह भी कहा कि सोलहवीं लोकसभा में 14वीं और 15वीं लोकसभा के मुकाबले विधायी कामकाज में ज्यादा समय लगाया गया।
इसमें कहा गया कि लोकसभा का 52 प्रतिशत और राज्यसभा का 17 प्रतिशत समय विधायी कामकाज में लगा।