साधवान! उत्तराखंड में भी कहर बरपा सकता है चक्रवात ‘वायु’, इन दो दिनों में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात ‘वायु’ बेहद खतरनाक तूफान में तब्दील हो चुका है। वहीं उत्तराखंड मौसम विभाग के मुताबिक यह चक्रवात राज्य में भी तबाही मचा सकता है। इसके चलते राज्य के कई इलाकों में आगामी 17 और 18 जून का भारी बारिश हो सकती है। उत्तराखंड मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य में कहां-कहां बारिश हो सकती है। इसका आंकलन किया जा रहा है। इसके बाद ही अलर्ट जारी किया जाएगा। हम तूफान पर नजर बनाए हुए हैं।
तटीय जिलों में भारी बारिश होगी
मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘वायु’ ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके प्रभाव के चलते राज्य के कई तटीय जिलों में भारी बारिश होगी।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने कहा, ‘वायु’ की तट से टकराने की संभावना नहीं है। यह केवल तट के किनारे से गुजरेगा। इसके मार्ग में हल्का बदलाव आया है। लेकिन इसका प्रभाव होगा, तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।बताया गया कि चक्रवात ‘वायु’ के रास्ता बदल लेने और इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना न होने के बावजूद गुजरात के तटीय क्षेत्रों के लिए तूफान की गंभीरता एक खतरा बनी हुई है।
तूफान का मध्य भाग गुजरात तट से थोड़ा दूर हो गया है, लेकिन इसका व्यास 900 किलोमीटर से अधिक है। तेज हवाओं, धूल भरी आंधी और बारिश का खतरा जस का तस बना हुआ है।
गुजरात के दस जिलों में अलर्ट
वहीं गुजरात में रेलवे ने 77 ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। 33 अन्य ट्रेन आंशिक रूप से रोक दी गई हैं। एहतियात के तौर पर ये ट्रेनें रद्द की गई हैं। बता दें कि बुधवार को गृहमंत्रालय ने गुजरात के दस जिलों में अलर्ट जारी किया था।
एनडीआरएफ की 52 टीमों को गुजरात भेजा गया है, जबकि सेना को स्टैंड बाय पर रखा गया है। तूफान से निपटने के लिए नौसेना के विमानों और पोतों को भी तैयार रखा गया है। गृह सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में बचाव और राहत अभियान को लेकर बैठक की गई। मंत्रालय ने गुजरात और दमन द्वीव प्रशासन से समय रहते लोगों के सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने को कहा है।
बुधवार को आंधी-तूफान ने मचाया कोहराम
उत्तराखंड के कुमाऊं में बुधवार तड़के आई आंधी ने जमकर कहर बरपाया। इस दौरान नैनीताल रोड पर निर्मला कान्वेंट स्कूल के पास अनियंत्रित बाइक के पेड़ से टकराने से दो युवाओं की मौत हो गई। जबकि सितारगंज में गौशाला की छत गिरने से एक बुजुर्ग की जान चला गई। अंधड़ से कई जगहों पर कच्चे मकान और टिन शेड उड़ गए। पेड़ों के गिरने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं।
देहरादून में बुधवार की रात करीब पौने दस बजे अचानक आई तेज आंधी और बारिश ने शहर की बत्ती गुल कर दी। देखते ही देखते शहर में कई जगहों पर घुप अंधेरा छा गया। आंधी की वजह से कई जगह नुकसान भी हुआ। कई जगह पेड़ भी गिरे। देर रात तक आपदा प्रबंधन विभाग मौसम के मिजाज पर नजर बनाए हुआ था। कई जगहों पर तेज हवाओं और तेज बारिश की वजह से जीवन अस्त व्यस्त हो गया। आंधी इतनी तेज थी कि शहर भर में अंधेरा छा गया। कई मोहल्लों में रातभर बिजली न आने की वजह से गर्मी में लोग परेशान नजर आए।