आज के दिन मनाया जाता है संविधान दिवस, सीजेआई ने बताया संकट के क्षण में मार्गदर्शक
आज के दिन भारतीय संविधान दिवस मनाया जाता है। संविधान दिवस के मौके पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि जब इसे लागू किया गया तो तो हमारे संविधान की काफी आलोचना की गई। सर इवर जेनिंग्स ने भारतीय संविधान को लंबा और पेचीदा बताकर इसकी आलोचना की थी।
समय ने आलोचना कमजोर कर दी और यह गर्व की बात है कि हमारा संविधान पिछले 7 दशकों से साहस और हिम्मत के साथ खड़ा हुआ है। सीजेआई ने आगे कहा कि हमारा संविधान बहुमत और समझदारी की आवाज है। संकट के क्षण में ये हमें मार्गदर्शन करना जारी रखता है।
बता दें की भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को जाना जाता है। अम्बेडकर भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया। भारतीय संविधान को दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया। दुनिया के संविधानों में से अलग-अलग कानून और आर्टिकल लेकर इसका निर्माण हुआ।
इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं। यह हस्तलिखित संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल हैं। इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक्त लगा था।
26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा की तरफ से इसे अपनाया गया और 26 नवंबर 1950 को इसे लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया। यह वजह है कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसके लिए 29 अगस्त 1947 को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करनेवाली समिति की स्थापना की गई थी और इसके अध्यक्ष के तौर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की नियुक्ति हुई थी।
संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति हिंदी और अंग्रेजी दोनों में ही हस्तलिखित और कॉलीग्राफ्ड थी। इसमें किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंट का इस्तेमाल नहीं किया गया था। संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। दो दिन बाद इसे लागू किया गया था।