एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही हो स्कूलों में अध्यापनःपांडेय

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विद्यालयी शिक्षामंत्री ने दिए अधिकारियों को निर्देश।
देहरादून।(दस्तावेज सू.ब्यूरो) प्रदेश के शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय ने साफ कर दिया है कि सरकारी व निजि स्कूलों में अध्यापन एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिये है।
शनिवार को यमुना कालोनी स्थित आवास पर अयोजित बैठक में मंत्री जी ने अपने इरादे साफ करते हुये कहा कि एनसीईआरटी की पुस्तों का प्रयोग न करने वाले अध्यापकों व स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। अरविन्द पाण्डेय, मंत्री, विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखण्ड सरकार ने नई शिक्षा सचिव डा0 भूपिन्दर कौर औलख, का स्वागत करते हुए उन्हंे अपनी प्राथमिकताओं से अवगत कराते हुए विभाग के गतिमान कार्यों के त्वरित निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया। मंत्री द्वारा विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा सत्र से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, छब्म्त्ज् की पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने एवं इस हेतु युद्धस्तर पर कार्यवाही हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया। मंत्री द्वारा अवगत कराया गया कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में छब्म्त्ज् का पाठ्यक्रम लागू करना तथा विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट गुणवत्ता की पुस्तकें उपलब्ध कराना है। पुस्तकों की गुणवत्ता उत्कृष्ट होने के कारण उनकी स्थिति अच्छी रहेगी तथा यह पुस्तकें विद्यार्थियों के अगली कक्षा में प्रोन्नत हो जाने के उपरान्त उनके जूनियर सहपाठियों के अध्ययन हेतु उपयोगी रहेंगी। इस हेतु प्रत्येक विद्यालय में बुक बैंक की स्थापना की जायेगी एवं जिन विद्यालयों में अनुश्रवण के दौरान पुस्तकों की स्थिति अच्छी पाई जायेगी।
उन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/अध्यापकों/विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जायेगा। माननीय मंत्री जी द्वारा अवगत कराया गया कि आज प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु छब्म्त्ज् की पुस्तकों की भारी मांग है, जिन्हें आसानी से बुक बैंक के माध्यम से विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जा सकता है। माननीय मंत्री जी द्वारा राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए 5ः की राॅयल्टी शुल्क माफी हेतु छब्म्त्ज् तथा मानव संसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार को उनकी ओर से पत्र प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया।
इसके साथ ही विभागीय मंत्री ने अक्षय पात्र योजना की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि जिन स्थानों को जिला प्रशासन द्वारा केन्द्रीयकृत किचन स्थापना हेतु चिन्ह्नित किया गया है, एवं अक्षय पात्र द्वारा उपयुक्त बताया गया है, उनके प्रस्ताव तत्काल अग्रेत्तर कार्यवाही हेतु सम्बधित जिलाधिकारी द्वारा शासन को प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित दिया। इसके साथ ही जनपद देहरादून एवं नैनीताल में यथाशीघ्र केन्द्रीयकृत किचन की स्थापना हेतु अक्षय पात्र फाउण्डेशन से समन्वय के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये।
बैठक के दौरन मंत्री जी द्वारा लर्निंग लेवल असेसमेंट- स्स्। के व्नजचनज पर विशेष ध्यान दिये जाने, इसकी त्रैमासिक समीक्षा करने एवं कमियों में सुधार लाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने हेतु सचिव, विद्यालयी शिक्षा को निर्देशित जारी किये।
बैठक में शिक्षा सचिव-डा0 भूपिन्दर कौर औलख, अपर सचिव-कै0 अलोक शेखर तिवारी, निदेशक प्रारंभिक/माध्यमिक शिक्षा राकेश कुंवर, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण-सीमा जौनसारी, अपर राज्य परियोजना निदेशक, सर्व शिक्षा अभियान- डा0 मुकुल कुमार सती एवं अपर निदेशक, प्रांरभिक शिक्षा-वी0एस0 रावत मौजूद रहे।

 

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