चार जून को केरल पहुंचेगा मानसून, इस बार सामान्य से कम बारिश के आसार
गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है। जून के पहले हफ्ते में ही भारत में मानसून की दस्तक होने वाली है। वहीं, दिल्ली एनसीआर में 29 जून से बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट वेदर सर्विस ने सेक्टर-125 स्थित स्काइमेट कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी। स्काईमेट ने 2019 में 93 प्रतिशत बारिश की संभावना जताई है। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार इस साल भारतीय उप महाद्वीप में मानसून शुरुआती दौर में थोड़ा कमजोर रहेगा।
स्काईमेट के वैज्ञानिकों के अनुसार चार जून से भारत में मानसून की दस्तक हो सकती है। जिसका देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग असर दिखाई देगा। भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान एवं निकोबार दीप समूह में दस्तक देता है। यहां 22 मई से इसका असर दिखाई देने लगेगा। इसके बाद चार जून से केरल में मानसून का असर दिखाई देगा। वहीं दिल्ली एनसीआर में 29 जून के करीब यह प्रभावी होगा।
स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह के अनुसार 2019 में मानसून का सभी क्षेत्रों में कमजोर प्रदर्शन दिखेगा। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत तथा मध्य भारत में कम बारिश की आशंका है। जबकि उत्तर पश्चिम और दक्षिण भारत में स्थिति बेहतर होगी।
इस साल दिल्ली- एनसीआर, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ में मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। जिसके चलते लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार है। मानसून की बारिश का असर जून और जुलाई में अधिक दिखेगा। दिल्ली-एनसीआर में 29 जून के करीब मानसून की दस्तक होगी। जिसके बाद लोगों को गर्मी से राहत के आसार हैं। वहीं इस साल महाराष्ट्र, विदर्भ, तमिलनाडु, कर्नाटक, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में औसत से कम मानसून रहने की संभावना है।
स्काइमेट के आंकड़ों के अनुसार जून – जुलाई अगस्त और सितंबर में देश के मौसम को लेकर निम्न पूर्वानुमान हैं।
- अत्यधिक बारिश की संभावना 0 प्रतिशत है।
- सामान्य से अधिक बारिश की संभावना 0 प्रतिशत है।
- 30 प्रतिशत संभावना सामान्य बारिश की है ।
- 55 प्रतिशत संभावना सामान्य से कम बारिश की है ।
- 15 प्रतिशत संभावना सूखे की है ।