छह माह के लिए बंद हुए बद्रीनाथ मंदिर के कपाट
भू बैकुंठ बदरीनाथ के कपाट शीत काल के लिये मंत्रोच्चार के साथ बंद हो गये हैं। इस अवसर पर 5 हजार के अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान के कपाट बंद होने की प्रक्रिया देखी । पूरी बदरीनाथ पुरी जय बदरी विशाल के उदघोष के साथ गूंजी । मंगलवार को अपराह्न 3 बजकर 21 मिनट पर भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद हुये । मुख्य रावल पुजारी ईश्वरन नम्बूदरी ने इस वर्ष की अंतिम पूजा की ।कपाट बंद होने का माहौल अत्यंत धार्मिक मान्यताओं , परम्पराओं के साथ हुआ। कपाट बंद होने के अवसर पर 5500 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाव पूर्ण ढंग से भगवान के दर्शन किये ।
इस अवसर पर बाबा रामदेव , भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज , बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी डी सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित थे । कपाट बंद होने के अवसर पर सीमा सडक संगठन , सेना , व अन्य कई भक्तों संस्थाओं ने भंडारे लगाये । भगवान का उत्सव विग्रह उद्धव जी , कुबेर जी की डोली बामणी गांव लायी गयी । कपाट बंद होते समय आर्मी के मधुर बैंड ध्वनि ने संगीत प्रस्तुत किया। भक्त भगवान के समर्पण पर थिरके । भगवान को कपाट बंद होने से पूर्व घृत कम्बल पहनाया गया ।