जहरीली हवा बनी मुक्केबाजों के लिए परेशानी, वायु प्रदूषण को लेकर चिंतित खिलाड़ी
एआईबीए विश्व चैंपियनशिप के लिए यहां जुटी कुछ महिला मुक्केबाज दिल्ली की जहरीली हवा को लेकर चिंतित हैं, लेकिन भारतीयों की मेहमाननवाजी ने उन्हें सहज किया है। बुल्गारिया की 2014 की 57 किग्रा वर्ग में विश्व चैंपियन स्टेनिमारा पेत्रोवा ने कहा, ‘हम अच्छा महसूस नहीं कर रहे। कहीं और की तुलना में यहां वायु बदतर है। सांस लेने में हमें थोड़ी दिक्कत हो रही है। इस तरह के हवा में ट्रेनिंग करना भी मुश्किल है।
यूरोपीय चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता अजिजे निमानी ने भी पेत्रोवा की बात दोहराई। ओलंपिक क्वालीफायर 2016 के 51 किग्रा वर्ग में एमसी मैरीकोम को हराने वाली निमानी ने कहा, ‘यह मेरी पहली भारत यात्रा है। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि यह थोड़ा अधिक स्वच्छ होनी चाहिए थी, लेकिन यहां के लोग काफी अच्छे हैं।’
पंजाब और हरियाणी में पराली जलाने से दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र की वायु गुणवत्ता पर असर पड़ा है। इसके अलावा उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के बावजूद लोगों ने दिवाली पर जमकर पटाखे बजाए जिससे स्थिति और खराब हो गई।
निमानी ने स्वीकार किया कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि टूर्नामेंट के लिए काफी समय पहले आ जाने के कारण वह सामंजस्य बैठा लेंगी। विश्व चैंपियनशिप 2016 की रजत पदक विजेता स्टायका पेत्रोवा ने कहा कि यह मुद्दा नहीं होगा क्योंकि वायु गुणवत्ता सभी के लिए समान है। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह (वायु गुणवत्ता) समस्या है।’